बनेड़ा| बनेड़ा कस्बे में आज एक खास अवसर पर बाल व महिला चेतना समिति द्वारा संचालित निरूशुल्क सिलाई प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी श्रमिकों की बेटियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। यह कार्यक्रम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अहम कदम रहा, जिसमें कुल 15 प्रशिक्षित महिलाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
संस्था की अध्यक्ष तारा अहलूवालिया ने जानकारी देते हुए बताया कि श्रमिकों की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह प्रशिक्षण केंद्र विशेष रूप से उनकी बेटियों के लिए प्रारंभ किया गया है। इस केंद्र में उन्हें सिलाई-कढ़ाई जैसे पारंपरिक कौशल सिखाए जा रहे हैं, ताकि वे भविष्य में अपने दम पर रोजगार प्राप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि संस्था का उद्देश्य केवल प्रशिक्षण देना नहीं, बल्कि इन बेटियों को आत्मनिर्भर बनाकर उनके जीवन स्तर को सुधारना भी है।
प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी महिलाओं एवं किशोरियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि यदि यह प्रशिक्षण निशुल्क नहीं होता, तो वे कभी भी आर्थिक रूप से इसे पूरा नहीं कर पातीं। एक महिला ने कहा, हमने केवल सिलाई नहीं सीखी, बल्कि आत्मविश्वास भी पाया है। अब हमारे पास ऐसा हुनर है जिससे हम अपने घर का खर्च चला सकती हैं।
एक अन्य प्रशिक्षणार्थी ने भावुक होते हुए कहा कि आर्थिक निर्भरता के कारण कई महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार बनती हैं, लेकिन जब महिलाएं आत्मनिर्भर होती हैं, तो वे न केवल अपने हक के लिए खड़ी होती हैं, बल्कि अपने परिवार को भी आर्थिक रूप से मजबूत बनाती हैं।
समारोह में समिति के कार्यकर्ता श्याम लाल, विशाल, भावना जोशी एवं परमेश देव की उपस्थिति रही। सभी ने प्रशिक्षित महिलाओं को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और संस्था के इस सराहनीय प्रयास की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि अगर सही दिशा और समर्थन मिले तो ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं भी आत्मनिर्भरता की मिसाल बन सकती हैं। संस्था का यह प्रयास अन्य क्षेत्रों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा।