नदबई के गाँव बरोलीछार में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा बनाए जा रहे रोड में घटिया सामग्री लगाने को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
ग्रामीणों का घटिया सामग्री प्रयोग में लेने का आरोप
शिकायत करने के बाद भी नहीं हो रही है कोई कार्रवाई- ग्रामीण
नदबई-के बरौलीछार से मसारी तक 3 किलोमीटर लंबे मिसिंग लिंक डामरीकरण निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों ने PWD विभाग के संवेदक पर गंभीर आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि विधायक निधि से स्वीकृत इस सड़क निर्माण में गुणवत्ता के साथ समझौता किया जा रहा है, जिसके कारण सड़क बिछाने के कुछ घंटों बाद ही यह उखड़ गई। इस मामले में PWD अधिकारियों की अनदेखी ने ग्रामीणों के गुस्से को और भड़का दिया है।
बरौलीछार गांव के खगेंद्र ने बताया कि स्थानीय विधायक जगत सिंह ने अपनी विधायक निधि से बरौलीछार से मसारी तक 3 किलोमीटर लंबे मिसिंग लिंक के डामरीकरण के लिए धनराशि स्वीकृत की थी। इस सड़क का निर्माण क्षेत्र की आवागमन की समस्या को हल करने के लिए शुरू किया गया था, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि, संवेदक द्वारा घटिया गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग और मानकों की अनदेखी की जा रही है।
ग्रामीण खुभी ने बताया
“सड़क बिछाने के कुछ ही घंटों बाद यह उखड़ने लगी। यह साफ है कि, निर्माण में सस्ती सामग्री का उपयोग किया गया है और तकनीकी मानकों का पालन नहीं हुआ। ग्रामीण, सरमन ने कहा, “हमने इस सड़क के लिए लंबे समय से मांग की थी, लेकिन इस तरह की लापरवाही से जनता का पैसा बर्बाद हो रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने इस मामले की शिकायत PWD विभाग के अधिकारियों से की, तो उन्हें कोई संतोषजनक जवाब या सहयोग नहीं मिला।
गांव के सरपंच चंद्रकांता ने बताया
“हमने कई बार PWD के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसा लगता है कि संवेदक और अधिकारियों की मिलीभगत है।