कुशलगढ़|राजस्थान राज्य भारत स्काउट एवं गाइड स्थानीय कुशलगढ़ के तत्वावधान में चल रहे ग्रिष्मकालिन कौशल विकास एवं अभिरुचि शिविर राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय कुशलगढ़ में 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।कौशल विकास एवं अभिरुचि शिविर के व्यवस्थापक दिग्पाल सिंह राठौड़ एवं सह व्यवस्थापक प्रेम प्रकाश जाटव ने बताया की विश्व तम्बाकू निषेध दिवस 31 मई 1987 की घोषणा विश्व स्वास्थ्य ओगेनाइजेशन डब्ल्यू एच ओ ने तम्बाकू उत्पादों से मानवता को होने वाले नुकसान से विश्व समुदाय को जाग्रत करने के लिए किया गया।संगोष्ठी में स्काउट एवं गाइड को दिग्पाल सिंह राठौड़ ने सम्बोधित करते हुए बताया कि पूरी दुनिया में हर साल तम्बाकू के सेवन से 60 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है । भारत में हर नौवाॅ व्यक्ति किसी न किसी रूप में तम्बाकू का सेवन करते हैं यह देश की युवा पीढ़ी के लिए बहुत ख़तरनाक है।ज्यादातर युवा अपने दोस्तों की वजह से धुम्रपान करते हैं हमें ऐसे दोस्तों से बचना चाहिए क्योंकि ऐसे दोस्त ध्रूमपान करने के लिए दबाव डालने का भी प्रयास करते हैं । इनसे सचेत रह कर ही युवा पीढ़ी तम्बाकू उत्पादों के सेवन से बच सकतीं हैं । हमें अपने मित्रों, परिचितों, परिवारजनों , सहपाठियों को जागरूक करना चाहिए और तम्बाकू उत्पादों से भविष्य में होने वाले नुकसान से सचेत करना होगा। संगोष्ठी में सोनिया पिडारमा ने बताया कि मानव मल तक का उपयोग कर स्वादिष्ट एवं चमकदार तम्बाकू उत्पाद बनाएं जातें हैं जिसकी जानकारी उन खाने वालों को नहीं है कि वे आखिर वे खा क्या रहे हैं । सीमा जोशी ने कुछ केंसर रोगियों का उदाहरण दे कर बताया कि तम्बाकू उत्पादों के सेवन से किस प्रकार युवा पीढ़ी अपना जीवन बर्बाद कर रही है । तम्बाकू उत्पादों से होने वाले केंसर रोगियों की मौत कितनी भयावह ओर पीडादायक होती है । जब किसी को भोजन नली या गले का केसर होता है तो व्यक्ति भूख से तड़प कर मरता है । हमें समाज में जागरूकता पैदा करना होगा ताकि युवा पीढ़ी तम्बाकू उत्पादों से परहेज़ करने लग जाएं।कार्यक्रम का में मधुबाला ब्रह्मभट्ट, नरेश गणावा, सुमन मईडा, मधुरिमा, ज्योति भोई आदि उपस्थित थे । संचालन प्रेम प्रकाश जाटव ने किया आभार कन्हैयालाल निनामा ने व्यक्त किया ।