ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का लगाया आरोप, पीड़ित किसान ने राहत की लगाई गुहार
सज्जनगढ़| उपखंड क्षेत्र सज्जनगढ़ के ग्राम ईटाला में सोमवार सुबह एक हृदयविदारक हादसा हुआ, जिसने पूरे गांव को शोक में डाल दिया। खेतों से गुजर रही 11 केवी विद्युत लाइन का तार अचानक टूट गया, जिससे खेत में बंधे हुए कृषक रमेश पुत्र वारजी के पांच बैल और दो गायों की मौके पर ही करंट लगने से मौत हो गई। ये सभी पशु किसान की खेती और जीविकोपार्जन के प्रमुख आधार थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना सुबह करीब 8 बजे की है, जब रमेश अपने खेत के पास स्थित पशुओं के पास पहुंचा तो देखा कि तार गिरा हुआ है और सभी पशु करंट की चपेट में आकर तड़प रहे हैं। ग्रामीण तत्काल मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक सातों पशुओं की मृत्यु हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलते ही समाजसेवी चेतन गरासिया ने त्वरित रूप से पुलिस थाना, पशु चिकित्सा विभाग और विद्युत विभाग को सूचना दी। पशु चिकित्सा विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सभी मृत पशुओं का मौका पर्चा तैयार किया। गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि बिजली विभाग की लापरवाही इस दर्दनाक हादसे का प्रमुख कारण है। उन्होंने बताया कि विद्युत लाइन लंबे समय से खेतों में झूल रही थी और इस बारे में कई बार बिजली विभाग के कर्मचारियों और ठेकेदारों को शिकायत की गई थी। लेकिन न तो कोई निरीक्षण हुआ और न ही सुधारात्मक कार्रवाई की गई। ग्रामीणों ने कहा कि यदि समय रहते तारों की मरम्मत कर दी जाती तो आज यह हादसा नहीं होता। इस मामले में सहायक अभियंता मुकेश डिंडोर ने बयान जारी कर बताया कि, “रविवार रात क्षेत्र में तेज हवा और बारिश के कारण जमीन नम हो गई, जिससे विद्युत लाइन पर दबाव बढ़ा और इनपुट ब्लास्ट हो गया। इसी कारण तार टूटकर गिर गया।” उन्होंने यह भी बताया कि तार सुधारने के लिए विभाग की तकनीकी टीम को तुरंत मौके पर भेज दिया गया है। किसान रमेश का परिवार बेहद गरीब है और खेती के लिए उन्हीं पशुओं पर निर्भर था। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि मृत पशुओं का उचित सरकारी मुआवजा, साथ ही विद्युत विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते लापरवाहियों पर ध्यान नहीं दिया गया तो भविष्य में इससे भी बड़ा हादसा हो सकता है। घटना के बाद गांव में शोक का माहौल है और पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो रहे हैं। घटना की जानकारी मिलते ही सज्जनगढ़ तहसीलदार हरीश सोनी ने पटवारी को भेज कर तत्काल मौका मुआयना करवाया एवं पीड़ित परिवार को सरकार से राहत दिलाने हेतु कार्यवाही प्रारम्भ करवाई।