कुशलगढ़| जल संरक्षण, पर्यावरण जागरूकता एवं जन कल्याण को समर्पित केंद्र एवं राज्य सरकार की संयुक्त पहल “वन्दे गंगा जल संरक्षण जन अभियान” का ब्लॉक स्तरीय शुभारंभ कार्यक्रम गुरुवार, 5 जून 2025 को सुबह 8 बजे सज्जनगढ़ ब्लॉक के ऐतिहासिक नवागांव तालाब परिसर में आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रारंभ होकर 20 जून 2025 तक विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से संचालित किया जाएगा। तहसीलदार हरीश सोनी ने जानकारी दी कि शुभारंभ अवसर पर गंगा जल से भरे कलश के साथ एक गंगा कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा, जो जनसहभागिता के माध्यम से जल संरक्षण का संदेश देगा। इस कलश यात्रा में स्कूली छात्र-छात्राएं, महिला समूह, स्वंयसेवी संगठन, पंचायत प्रतिनिधि एवं अधिकारीगण सम्मिलित होंगे। यात्रा के दौरान पर्यावरण संरक्षण एवं जल बचाओ से जुड़े नारों और बैनरों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत प्रभात फेरी से होगी, जिसमें स्थानीय विद्यालयों के विद्यार्थी एवं ग्रामीणजन भाग लेंगे। उपखंड अधिकारी ऋषिराज कपिल एवं तहसीलदार हरीश सोनी ने कार्यक्रम स्थल का पूर्व निरीक्षण किया और समस्त व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने साफ-सफाई, मंच व्यवस्था, पेयजल, शेड, बैठने की व्यवस्था, तथा सुरक्षा प्रबंधन को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। शुभारंभ समारोह में ब्लॉक स्तर के समस्त विभागीय अधिकारी, ग्राम पंचायतों के सरपंचगण, जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, तथा स्थानीय ग्रामीणजन सादर आमंत्रित हैं। इस अवसर पर जल संरक्षण से जुड़े वृक्षारोपण, भाषण प्रतियोगिता, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, तथा जल स्रोतों की सफाई जैसे जन सहभागिता वाले कार्यक्रम भी प्रस्तावित हैं।जन सहभागिता से बनेगा अभियान सफल तहसीलदार श्री हरीश सोनी ने क्षेत्रवासियों से आह्वान किया कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लें और जल संरक्षण जैसे गंभीर विषय पर जागरूक होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रारंभ किया गया यह अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जन चेतना का आंदोलन है, जिसमें प्रत्येक नागरिक की भागीदारी आवश्यक है।पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम”वन्दे गंगा जल संरक्षण जन अभियान” के अंतर्गत सज्जनगढ़ क्षेत्र में तालाबों का गहरीकरण, जल स्रोतों की सफाई, वर्षा जल संचयन, वृक्षारोपण, एवं ग्राम स्तर पर जन संवाद जैसे गतिविधियों को प्राथमिकता दी जाएगी।