भविष्य की नींव है शिक्षा बेहतर शिक्षा ही जीवन को बनाती है बेहतर -प्रधानाचार्य देवराज यादव
प्रयागराज । कहते हैं आपका बचपन और स्कूली शिक्षा यह तय करती है कि आप भविष्य में किस दिशा में जाएंगे। बेहतर शिक्षा ही आपके जीवन को बेहतर बनाती है और आपके भविष्य की नीव भी होती है। इसलिए किसी भी शिक्षण संस्थान का पहला उद्देश्य न केवल बच्चों को किताबी ज्ञान देना होना चाहिए बल्कि शिक्षा का उद्देश्य समग्र विकास होना चाहिए। इसी सूत्र पर शंकरगढ़ नगर में सन 2000 से संचालित हो रहा केदारनाथ विद्या मंदिर स्कूल। यह स्कूल छात्र छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यहां बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ उनके सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज भी करवाई जाती है। जिससे बच्चों का संपूर्ण विकास हो सके भविष्य भी उज्जवल हो। बच्चों के बेहतर भविष्य को ध्यान में रखते हुए नैतिक एवं तकनीकी शिक्षा भी दी जाती है। केदारनाथ विद्या मंदिर स्कूल सन 2000 में प्रिंसिपल देवराज यादव द्वारा स्थापित किया गया है इस स्कूल का उद्देश्य छात्र छात्राओं को बेहतर नागरिक बनाना है ।यहां चरित्र निर्माण सामूहिक कार्य दक्षता और शारीरिक विकास पर जोर दिया जाता है ।यहां शिक्षा को व्यवसायिक नहीं दान स्वरूप देखा जाता है। अगर कोई अभिभावक अपनी परेशानी संस्थान को बताता है तो उसके साथ तमाम सहूलियत बरती जाती हैं। यहां के स्टूडेंट स्कूल से ही कंप्यूटर और आईटी क्षेत्र में मास्टर होकर बाहर निकले इसके लिए केदारनाथ विद्या मंदिर में शुरुआती कक्षा से ही कंप्यूटर की शिक्षा दी जाती है ।बेहतर शिक्षा की वजह से इस संस्थान से हर वर्ष बच्चों का नवोदय विद्यालय में चयन हो रहा है। पिछले शैक्षिक सत्र में क्लास फाइव के अंश यादव पुत्र अमित यादव ने नवोदय विद्यालय के लिए शानदार सफलता अर्जित की है। स्कूल के प्रबंधक अतुल यादव के अनुसार हमारा लक्ष्य ऐसे नागरिक तैयार करना है जो रचनात्मक विचारकऔर प्रभावी अभ्यासकर्ता हो।