मंदिर निर्माण से दैहिक दैविक भौतिक ताप का होता है शीघ्र निवारण-पत्रकार राजदेव द्विवेदी
प्रयागराज।ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। जनपद के यमुनानगर शंकरगढ़ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बेनीपुर रोड नंबर 4 में नवनिर्मित शिव शक्ति- हनुमान मंदिर में महादेव शिव, शक्ति स्वरूपा माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय, श्री गणेश जी, नंदीश्वर समेत समस्त शिव परिवार के प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इसी मंदिर प्रांगण में नवनिर्मित दूसरी मंदिर में श्री राम भक्त हनुमान जी की भी विधि विधान से प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस निमित्त श्रद्धालुओं द्वारा प्रतिमा के साथ शोभा यात्रा निकाली गई। विद्वान आचार्यों द्वारा पांच दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ समस्त देवी देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा, अखंड संकीर्तन, हवन पूजन संपन्न करवाया गया। इस दौरान प्राण प्रतिष्ठा के धार्मिक अनुष्ठान से श्रद्धालुओं के जयकारे से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। तत्पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर शिव-शक्ति-हनुमान मंदिर पर महाप्रसाद ग्रहण किया।
आयोजन में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का कार्यक्रम के आयोजन कर्ता पंडित रमेश प्रसाद द्विवेदी (शास्त्री), पत्रकार राजदेव द्विवेदी व समस्त द्विवेदी परिवार ने आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।इस शुभ अवसर पर अनुष्ठान के अधिष्ठाता रमेश प्रसाद शास्त्री व पत्रकार राजदेव द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि घर में शुभ और अशुभ दो तरह की ऊर्जा पाई जाती है घर में शुभ ऊर्जा के संचार के लिए मंदिर का होना आवश्यक है। मंदिर या पूजा का स्थान नियत होने से तमाम तरह की समस्याएं अपने आप ही दूर हो जाती हैं। विशेष रूप से स्वास्थ्य तथा मन की समस्याओं का निवारण शीघ्र होता है इससे घर में आर्थिक समृद्धि भी बनी रहती है। घर के लोगों में आपसी तालमेल बना रहता है मंदिर या पूजा स्थान का पूरा लाभ तभी हो सकता है जब इसकी स्थापना में नियमों का पालन किया जाए। सही तरीके से मंदिर की स्थापना कर देवी देवताओं की स्थापना पर ध्यान देते हुए मंदिर या पूजा स्थल को जागृत रखें।