कुम्हेर कस्बे में दो जन प्रतिनिधिओं द्वारा किया जा रहा है एक आवारा पशु के साथ अन्याय
कुम्हेर प्रधान व उनके पार्षद पति किस तरीके से घसीट कर ले जा रहे हैं एक मूक जानवर स्वान को दफनाने के लिए
जबकि प्रधान कविता फौजदार एवं उनके पार्षद पति लगा रहे हैं नगर पालिका के सफाई कर्मियों पर आरोप
जनप्रतिनिधियों की विडंबना देखने आई सामने
कुम्हेर। नगर पालिका द्वारा सफाई में लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए, प्रधान व प्रधान पार्षद पति द्वारा बताया गया कि बदबू युक्त मृत स्वान को नगर पालिका के सफाई कर्मियों द्वारा कई बार फोन करने पर भी तीन दिन से नहीं दफनाया गया स्वान के शव को वही आपको बता देना चाहते हैं कि कुम्हेंर पंचायत समिति की प्रधान कविता फौजदार एवं प्रधान पति पार्षद श्यामवीर सिंह की लापरवाही आई हैै सामने। कि प्रधान कविता फौजदार एवं उनके पति पार्षद किस तरीके से एक रस्सी में बांधकर और घसीट कर ले जा रहैं है उस स्वान को दफनाने को। क्या यही मानवता है इन जनप्रतिनिधियों कि एक मूक जानवर के प्रति, जो कि एक रस्सी से बांधकर एवं घसीट कर ले जा रहे हैं उसे दफनाने को। वहीं दोनों जनप्रतिनिधि नगर पालिका के सफाई कर्मियों पर लगा रहे हैं आरोप की तीन दिन से हम कर रहे हैं नगर पालिका के सफाई इंस्पेक्टर को फोन, लेकिन नगरपालिका के कर्मचारी नहीं उठा रहे हैं फोन और 3 दिन के बाद अब तक मृत आवारा श्वान के शव को उठाने नहीं आए नगर पालिका के सफाई कर्मी। तो दोनों जनप्रतिनिधि प्रधान कविता फौजदार एवं उनके पति पार्षद द्वारा बेरहमी से श्वान के शव को रस्सी से बांधकर घसीटते हुऐ उठाकर उसे जमीन में दफनाया गया। जिसका नजारा आज कंट्री विजन अखबार आपको दिख रहा है। वही आम जनता इन दोनों जनप्रतिनिधियों के कृत्य को देखकर बहुत शर्मिंदा होती हुई नजर आई। वही आपको बता देना चाहते हैं कि कुम्हेर कस्बे के नदबई रोड पर प्रधान कविता फौजदार व प्रधान पति पार्षद श्यामवीर सिंह के घर के सामने, वहान की टक्कर से एक स्वान की मौत का है मामला। वहीं नगर पालिका की लापरवाही तो आ रही है सामने, लेकिन इन दोनों जनप्रतिनिधियों द्वारा आवारा जानवर को, इस तरह घसीट कर ले जाना का मामला शर्मसार कर देना वाला मामला है। वही देखा जाए तो कुम्हेर नगर पालिका की लापरवाही भी आई है सामने,
जो कि प्रधान कविता फौजदार व उनके पति पार्षद द्वारा 3 दिन तक नगर पालिका के कर्मचारीओं को फोन करने के बाद भी नहीं ली उस स्वान की कोई खबर। इस मामले में नगर पालिका के अधिकारियों व कर्मचारियों की भी घोर लापरवाही आ रही है सामने। नगर पालिका की अनदेखी के चलते उठाना पड़ा है आखिरकार में दोनों जनप्रतिनिधियों को यह कदम।