सवाई माधोपुर 18 जुलाई। अपेक्स रणथंभौर सेविका हॉस्पिटल के केंद्र अधीक्षक अभिमन्यु सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि लोगों में भ्रांति थी की रीढ की हड्डी के छल्ले खिसक गए या छल्ले फटने से होने वाले कमर दर्द से मरीज कभी भी बिस्तर से नहीं उठ पाता है इस अंधविश्वास को हमारे हॉस्पिटल के वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉक्टर राकेश कुमार ने दूर करके साबित कर दिया है कि इस बीमारी का सफल ऑपरेशन होने पर मरीज जो की चलने फिरने में बिल्कुल असमर्थ हो जाता है, बिस्तर पर पड़ा रहता है, उसको भी दोबारा पैरों पर खड़ा करके चलवाया जा सकता है और अपनी रोजमर्रा की जिंदगी को आराम से सकता है।
डॉक्टर राकेश कुमार ने बताया कि अमूमन यह असामान्य तरीके से वजन उठाने से रीढ़ की हड्डी के छल्ले फट जाते हैं या खिसक जाते हैं। इससे बहुत तेज कमर दर्द होता है तथा पैरों में जान बिल्कुल भी नहीं रहती है। इससे मरीज चल फिर नहीं पाता है तो निराश होकर बिस्तर पर ही पड़े रहकर अपना जीवन काटना शुरू कर देता है। लेकिन मेरे द्वारा अभी अलग-अलग क्षेत्र के पांच मरीज आए, जिनको मैने लगातार पिछले पांच दिन में पांच मरीज का स्पाइन का ऑपरेशन किया। उनको तीन दिन तक चिकित्सकीय परामर्श में रखकर पैरों पर चलवाकर छुट्टी देकर सकुशल घर रवाना किया है। ऑपरेशन के दौरान हम टाइटेनियम धातु के बने हुए छल्ले लगाते हैं, जिनको स्क्रू एवम एक रोड से जोड़ते हैं, जो परमानेंट शरीर के अंदर रहते हैं। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इस प्रक्रिया से मरीज बिस्तर से उठकर दुबारा अपनी जिंदगी को सामान्य रूप से जीना शुरू कर देता है।
अभिमन्यु सिंह ने बताया कि डॉक्टर राकेश कुमार द्वारा कई मरीजों की ब्रेन सर्जरी एवम स्पाइन सर्जरी काफी सफलतापूर्वक की गई है, जो कि इस सवाई माधोपुर क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी बात है। हमारे हॉस्पिटल में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना व राज्य के कर्मचारियों के लिए आरजीएचएस योजना के अंतर्गत तथा एफसीआई, रेलवे से अधिकृत कर्मचारी एवं अन्य बीमा उपभोक्ताओं के लिए निशुल्क रूप से इलाज किया जाता है। लाखों लोग हमारे हॉस्पिटल में स्वास्थ्य लाभ लेकर अपना सामान्य जीवन रहे हैं। अभी हाल ही में अस्पताल में ब्रोंकोस्कॉपी पद्धति से फेफड़ों की जांच, पीएफटी द्वारा अस्थमा और सीओपीडी की जांच, एंडोस्कॉपी द्वारा पेट की जांच तथा लेजर मशीन द्वारा बिना चीर फाड़ के पथरी के ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया जा रहे हैं। इन जांचों के लिए मरीज को बाहर बड़े शहरों में जाना पड़ता था, जो अब अपेक्स सेविका हॉस्पिटल में आकर सैकड़ो मरीज यहां चिकित्सा लाभ ले रहे हैं।