शैक्षिक अनुसंधानों से अकादमिक समस्याओं का निराकरण होता है- मंडेला
शाहपुरा, मूलचन्द पेसवानी/ जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान शाहपुरा के आईएफआईसी प्रभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय जिला शोध समूह (डी.आर.जी.) का प्रशिक्षण आज संपन्न हुआ। प्रशिक्षण के समापन अवसर पर बोलते हुए प्रशिक्षण प्रभारी एवं प्रभागाध्यक्ष शिक्षाविद डॉ.कैलाश मंडेला ने शैक्षिक अनुसंधान कार्यों को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए प्रत्येक शिक्षक को अनुसंधान प्रक्रिया से जुड़ने का आह्वान किया अपने उद्बोधन में उन्होंने बताया कि विद्यालय से जुड़ी शैक्षिक प्रशासनिक सह शैक्षिक एवं सामाजिक समस्याओं का निराकरण क्रियात्मक अनुसंधानों, केस स्टडी आदि माध्यमों से समझ विकसित कर किया जा सकता है। वर्तमान में भीलवाड़ा जिले की डर्फ के माध्यम से जिला शोध, राज्य स्तरीय शोध, केस स्टडी व क्रियात्मक अनुसंधान तथा सर्वे शोध किये जा रहे हैं। प्रशिक्षण में भीलवाड़ा और शाहपुर जिले के 36 संभागियों ने भाग लिया। जिले के सभी ब्लॉक से आए हुए संभागियों ने प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी बताया। संदर्भ व्यक्ति वरिष्ठ शिक्षाविद् डॉ. विनोद श्रीवास्तव एवं जगदीश चन्द्र शर्मा प्रधानाचार्य के कुशल नेतृत्व में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां सत्रवार आयोजित की गई तथा संभागियों से शोध आकल्प तैयार करवाए गए। संभागी भागचंद सोमानी, भैरूलाल जाट प्रधानाचार्य तथा अन्य ने शोध कार्य पर अपनी प्रस्तुति इस अवसर पर दी। श्री मंडेला ने शोध कार्यों के प्रति रुचि रखने वाले शिक्षकों एवं अधिकारियों को डर्फ से जुड़ने हेतु प्रेरित किया। सामूहिक राष्ट्रगान के साथ प्रशिक्षण का समापन हुआ