स्वागत में बिछा रेड कारपेट, नाचे अनुयायी, बरसे फूल
करीब आठ साल बाद इन्दौर के छत्रीबाग रामद्वारा पर अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के आचार्य जगद्गुरु स्वामी रामदयालजी महाराज के सान्निध्य में आत्मनिर्भर साधना चातुर्मास का शुभारंभ रविवार को हो गया। इसके लिए गोराकुंड रामद्वारा से छत्रीबाग रामद्वारा तक आचार्यश्री की भव्य पधरावणी यात्रा निकाली गई। इस दौरान काफी तादाद में रामस्नेही संत व अनुयायाी शामिल हुए।
मार्ग में महाराजश्री के स्वागत के लिए रेड कारपेट बिछाया गया और जगह-जगह मंच लगाकर फूल बरसाए गए। यात्रा में शामिल श्रद्धालु भजनों पर नाच रहे थे। इसमें बड़ी संख्या में रामस्नेही संप्रदाय के अनुयायी और अन्य समाजजन शामिल हुए। आचार्य रामदयाल महाराज नागरिकों को आशीर्वाद देते हुए चल रहे थे।
पदरावणी यात्रा के दौरान खजूरी बाजार में महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक मालिनी गौड़, राजबाड़ा पर विधायक आकाश विजयवर्गीय एवं छत्रीबाग रामद्वारा में वैष्णव विद्यापीठ के कुलाधिपति पुरुषोत्तम पसारी ने जगदगुरु का अभिनंदन कर उनके शुभाशीष प्राप्त किए।
यात्रा में सबसे आगे नगाड़ा और तुरही लिए विशेष वेशभूषा में कलाकार ऊंटों पर सवार थे। ढोल-ताशे और नगाड़े, अश्वारोही युवा, स्वचलित तोप से पुष्प वर्षा, बैंड दल, खुले ट्राले पर सज्जित झांकियां, नृत्य दल और भजन गायकों की टीमें शामिल थीं। संत समाज तथा वर्षा एवं धूप से बचाने के लिए चलित शामियाना भी यात्रा में था।
यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं मंगलकलश और गन्ना लेकर चलीं। पुरुष श्वेत वस्त्र धारण करके चल रहे थे। चालीस वाहनों पर ध्वज पताकाएं सुशोभित थी। एक सजे हुए रथ पर चंवर-छत्र और दंड लिए 20 सदस्यों का लवाजमा भी था। पूरे मार्ग में आचार्यश्री के आगे-आगे पगमंडे बिछाते हुए श्रद्धालु चल रहे थे ।
यात्रा में देवेंद्र मुछाल, लक्ष्मी कुमार मुछाल, रामनिवास मोड, रामसहाय विजयवर्गीय, मुकेश कचोलिया, आरडी फरकिया, दिनेश धनोतिया, योगेश सोनी, आशीष सोनी,राज कुमार मेहता, सुनील जायसवाल, सुभाष धनोतिया, संजय गुप्ता, सुनील डबलानी, श्रीराम मांडलिया, राजेंद्र पोरवाल, अनमोल पांडे आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।
मूलचन्द पेसवानी