आचार्य तुलसी के अणुव्रत आंदोलन को शिखर पर ले जाने का आव्हान
शाहपुरा में अणुव्रत समिति का शपथग्रहण कार्यक्रम संपन्न
शाहपुरा|अणुव्रत समिति शाहपुरा की नव गठित कार्यकारणी का शपथ ग्रहण समारोह का कार्यक्रम संचिना कला संस्थान के अध्यक्ष रामप्रसाद पारीक की अध्यक्षता व महामंत्री सम्येंद्र मण्डेला के मुख्य आतिथ्य के सानिध्य में रखा गया। नवगठित कार्यकारिणी में विक्रमसिंह शक्तावत को अध्यक्ष निर्वाचित कर सर्वसम्मति से कार्यकारिणी का गठन किया गया। नवमनोनीत अध्यक्ष ने अपने पदाधिकारियों, कार्यकारिणी सदस्यों एवं परामर्शकों की घोषणा की। उन्होंने सभी को धन्यवाद देते हुए आगामी कार्यकाल के लिए सभी से सहयोग की अपेक्षा की। गीतकार सत्येंद्र मण्डेला ने नव टीम को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
समिति के निवृतमान अध्यक्ष तेजपाल उपाध्याय ने इस मौके पर कहा कि आज से 75 वर्ष पूर्व आचार्य श्री तुलसी ने अणुव्रत आंदोलन के रूप में अणुव्रत की स्थापना की थी। अणुव्रत अभी अपना 75 वा स्थापना वर्ष देश भर में वर्तमान आचार्य आचार्य श्री महाश्रमण जी के निर्देशन में अणुव्रत यात्रा के रूप में सद्भावना, नैतिकता, व नशामुक्ति के लक्ष्य के साथ मना रहा है। इस मे जाती पाती सम्प्रदाय का कोई भेदभाव नही है। कोई भी जाति के व्यक्ति इस मे जुडकर कार्य कर सकते है। संगठनमंत्री गोपाल पंचोली एवं पूर्व अध्यक्ष रामस्वरूप काबरा ने प्रेरणा पाथेय देते हुए कहा कि आचार्य तुलसी के अणुव्रत आंदोलन को शिखर पर ले जाएं, जिससे समस्त मानव जाति का कल्याण हो सके। पूर्व अध्यक्ष रामस्वरूप काबरा ने कहा अणुव्रत समिति की विशेष बात है इसमें भूतपूर्व पदाधिकारी भी सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। अणुव्रत का परिवार समृद्ध परिवार बनता जा रहा है।
इस अवसर पर संगठन मंत्री गोपाललाल पंचोली ने अणुव्रत महोत्सव के तहत अणुव्रत लेखक पत्रकार सम्मेलन, अणुव्रत क्रिएटीविटी, प्रार्थना सभा में जीवन विज्ञान की गतिविधियां आयोजित करवाने हेतु प्रस्ताव रखा। जिसे सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से पारित कर पूर्ण सहयोग का प्रदान करने की बात कही।
कार्यक्रम की मंगल शरुआत विनोद मेहरा के मंगलाचरण अणुव्रत गीत से की गई। अणुव्रत आचार सहिता का वांचन संगठन मंत्री गोपाल पंचोली द्वारा करवया गया। नव मनोनीत अध्यक्ष ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में आगामी योजनाओं के बारे में बताया और नवनिर्वाचित टीम को शुभकामनाएं प्रेषित की। निवर्तमान अध्यक्ष तेजपाल उपाध्याय ने नई कार्यकारिणी के सदस्यों का परिचय करवाया। उन्होंने अणुव्रत के करणीय कार्यों के बारे में संबंधित पदाधिकारियों का ध्यानाकर्षण किया।
मुख्य अथिति रामप्रसाद पारीक ने कहा कि नई ऊर्जावान टीम बनी है। अनुभवी लोग भी साथ में है। हम सब मिलकर नए आयाम स्थापित करे। अध्यक्ष विक्रम सिंह शक्तावत ने अपने उद्बोधन में बताया आप लोगों के विश्वास व सहयोग से अणुविभा के निर्देशों अणुव्रत की भावना के अनुरूप पूर्ण समर्पण के साथ दायित्व का निर्वहन करता रहूंगा। कवि सत्येंद्र मंडेला एवं दिनेश बंटी ने कविता के माध्यम से अपने भाव सदन में रखे। पूर्व अध्यक्ष सोमेश्वर व्यास, जगदीश जाट, कैलाश चंद्र शर्मा, मूलचंद पेसवानी, विनोद मेहरा उपस्थित थे।
शाहपुरा में अणुव्रत समिति की कार्यकारिणी घोषित-शाहपुरा में अणुव्रत समिति के नवनिर्वाचित अध्यक्ष विक्रम सिंह शक्तावत ने अपनी कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है। नवगठित कार्यकारिणी में शक्तावत ने जितेंद्र पाराशर को उपाध्यक्ष, ओम प्रकाश माली को मंत्री, कैलाश चंद्र शर्मा को कोषाध्यक्ष, गोपाल लाल पंचोली को संगठन मंत्री, दिनेश शर्मा कवि को प्रचार प्रसार मंत्री, विनोद मेहरा को संयुक्त मंत्री, संदीप शर्मा को जीवन विज्ञान प्रभारी तथा सुधांशु पाटनी को अणुव्रत क्रिएटिविटी प्रभारी बनाया है। इसके अलावा कार्यकारिणी में स्थाई आमंत्रित सदस्यों के रूप में समिति के पूर्व अध्यक्ष रहे सोमेश्वर व्यास, रामस्वरूप काबरा, परमानंद प्रमोद, तेजपाल उपाध्याय के अलावा देवेंद्र सिंह बुलिया, रामप्रसाद पारीक, सत्येंद्र मंडेला, मूलचन्द पेसवानी, अखिल व्यास को शामिल किया गया है।
पुस्तकदान से पुस्तकालय निर्माण का आव्हान-इस अवसर पर शाहपुरा प्रेस क्लब में पुस्तक दान द्वारा पुस्तकालय निर्माण पर गहनता से चर्चा की गई। सभी ने अपनी ओर से सहयोग का आश्वासन दिया। उल्लेखनीय है कि अणुव्रत अनुशास्ता महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री सुरेश जी हरनावा के सह मुनि संबोध कुमारजी मेधांश के 25 वे दीक्षा समारोह में 25000 पुस्तकों का एक विशाल पुस्तकालय महाप्रज्ञ विहार भुवाणा उदयपुर में बनाया जा रहा है। जिसमें अणुव्रत समिति शाहपुरा के तत्वावधान में बाल कृष्ण बीरा, वेदप्रकाश शारदा, सत्यकाम जोशी, रामप्रसाद पारीक, द्वारका प्रसाद मुंदड़ा, सत्येंद्र मंडेला, डा कैलाश मंडेला, अखिल व्यास, कैलाश चंद्र शर्मा, तेजपाल उपाध्याय, गोपाल लाल पंचोली, हनुमान सहाय शर्मा, रामस्वरूप काबरा ने पुस्तक दान महाअभियान में 300 पुस्तकों का साहित्य भेंट किया।
शाहपुरा अणुव्रत समिति टाइम टिकिट टिफिन स्वयं का की थीम पर कार्य करते है। इसकी सदस्यता भी निशुल्क रखी गई किंतु अणुव्रत सिद्धांतो की पालना की अनिवार्य शर्त है। समिति शाहपुरा में साहित्य सृजन कला संगम, संचिना कला संस्थान, आर्य समाज, रामचरित मानस मंडल, प्रेस क्लब, वरिष्ठ नागरिक मंच व नगर के संगठनों के साथ समवाय बनाकर पुण्यात्मा संतो के कार्यक्रम की भी भावना रखती है।