देश की एकता व अखंडता को बनाए रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी से करें-भाटी
भीलवाड़ा|अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के तत्वावधान में जिला एवं सेशन न्यायालय, भीलवाड़ा में मंगलवार को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर के अतिरिक्त महाधिवक्ता बंशी लाल भाटी व नरेंद्र सिंह राजपुरोहित का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस अवसर पर जिले के वरिष्ठ अधिवक्ता, न्यायिक अधिकारीगण तथा परिषद के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के जिला मीडिया संयोजक पीरू सिंह गौड़ ने बताया कि स्वागत समारोह का नेतृत्व परिषद के जिला अध्यक्ष रतनलाल जाट, महामंत्री धर्मवीर सिंह कानावत व जिला अभिभाषक संस्था के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने किया। दोनों अतिथियों को माल्यार्पण कर एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर बंशी लाल भाटी एवं नरेंद्र सिंह राजपुरोहित ने अधिवक्ताओं से संवाद किया और विभिन्न महत्वपूर्ण कानूनी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने वर्तमान में लागू किए गए नए कानूनों के प्रभाव, व्यावहारिक चुनौतियाँ और उनके समाधान के बारे में अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं की भूमिका समाज में अत्यंत महत्वपूर्ण है और उन्हें समय-समय पर कानूनी ज्ञान को अद्यतन करते रहना चाहिए।
अतिरिक्त महाधिवक्ताओं ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भी उल्लेख किया और उसमें शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और हम सभी को अपने-अपने स्तर पर राष्ट्र के लिए कार्य करना चाहिए।
कार्यक्रम में न्यायपालिका की जवाबदेही, न्यायिक प्रक्रिया में भारतीय संस्कृति व आचार विचार के समावेश पर भी विशेष चर्चा की गई। भाटी ने कहा कि न्यायालय केवल कानून का स्थान नहीं है, बल्कि वह न्याय, नैतिकता और सामाजिक उत्तरदायित्व का केंद्र भी है। हर नागरिक को देश की एकता और अखंडता बनाए रखने हेतु अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी से करना चाहिए।
इस अवसर पर चित्तौड़ प्रांत के कार्यवाह डॉ. शंकरलाल माली, सुरेश सुवालका, कुणाल ओझा, विक्रम सिंह राठौड़, राजेश सामरिया, आदित्य नारायण जाजपुरा, भूपेंद्र सिंह कानावत, सुनील पारीक, अनिल शुक्ला, रिपुदमन सिंह जादौन, मक्खन खटीक, दुर्गेश शर्मा, राकेश जैन, राघवेंद्र व्यास, कुशल साहू, उदयलाल बोराणा, गजेंद्र सिंह कानावत, महिपाल सिंह राणावत, प्रकाश सारस्वत सहित अनेक गणमान्य अधिवक्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ और सभी ने एकजुट होकर न्यायिक व्यवस्था को मजबूत बनाने के संकल्प के साथ कार्यक्रम का समापन किया।