तोड़ने से बचाए कालियास का जैन उपासरा, धर्मस्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करें प्रशासन

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कालियास के साथ भीलवाड़ा जैन समाज ने किया प्रदर्शन, जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन

भीलवाड़ा, पेसवानी, भीलवाड़ा जिले के आसीन्द क्षेत्र के कालियास गांव में 80 वर्ष से अधिक पुराने जैन उपाश्रय महावीर भवन को तोड़ने की धमकी देने के खिलाफ कालियास जैन समाज के साथ उसके समर्थन में भीलवाड़ा सकल जैन समाज भी साथ में आ गया। कालियास के साथ भीलवाड़ा शहर एवं जिले के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे सैकड़ो जैन धर्मावलम्बियों ने कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया। समाज के प्रतिनिधियों ने जिला कलक्टर नमित मेहता को ज्ञापन देकर कालियास जैन उपाश्रय को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचाने के लिए सरपंच को निर्देशित करने की मांग की। श्री जैन श्वेताम्बर संघ कालियास के अध्यक्ष नौरतमल डूंगरवाल के नेतृत्व में दिए ज्ञापन में बताया गया कि कालियास का महावीर भवन उपाश्रय का कुछ समय पूर्व जीर्णाद्धार किया गया था। ये उपाश्रय किसी पंथ या सम्प्रदाय के संतों तक सीमित नहीं होकर उस मार्ग से विहार करने वाले सभी पंथ, पम्पराओं व सम्प्रदायों के साधु-साध्वियों के विश्राम के लिए महत्वपूर्ण स्थान है। आसपास के गांवों में संतो ंके निवास विहार आदि की उचित व्यवस्था नहीं होेने से भी कालियास के इस स्थानक का महत्व अधिक बढ़ जाता है। इस स्थानक का उपयोग विभिन्न समाजों के सामाजिक कार्यो के लिए भी होता है। इस स्थानक भवन के कारण गांव में कोई बाधा नहीं पहुंचने के बावजूद अब गांव के सरपंच शक्तिसिंह चुण्डावत ने कालियास के जैन समाज के कुछ बंधुओं को मौखिक सूचना दी है कि महावीर भवन को तोड़ा जाएगा। सरपंच द्वारा द्धेषतापूर्वक दी गई ये धमकी केवल कालियास के जैन समाज के लिए चिंता का विषय नहीं होकर सम्पूर्ण भीलवाड़ा जिले के जैन समाज के लिए चिंता का कारण बन गया है। ज्ञापन में जिला प्रशासन से इस मामले में दखल देकर सरपंच को उपाश्रय को किसी भी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाने के लिए निर्देशित करने की मांग की गई। ज्ञापन में जिला प्रशासन से जैन उपाश्रय को बचाने में सहयोग करने का आग्रह किया गया। जिला कलक्टर मेहता ने इस मामले में सकारात्मक रूख दर्शाते हुए फिलहाल यथास्थिति बनाए रखने ओर जांच करा आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। ज्ञापन देने से पूर्व समाज के लोग मुखर्जी उद्यान में एकत्रित हुए। जैन कॉन्फ्रेंस के प्रान्तीय मंत्री राजेन्द्र सुराणा ने ज्ञापन देने की आवश्यकता क्यों आई है इस बारे में बताया। यहां से कालियास के जैन समाज के साथ भीलवाड़ावासी जैन धर्मावलम्बियों व विभिन्न जैन संघों के पदाधिकारियों ने कलक्ट्रेट पहुंच कालियास के महावीर भवन उपाश्रय को बचाने की मांग करते हुए नारेबाजी की। उपाश्रय तोड़ने की धमकी देने वाले सरपंच के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करते हुए नारे लगाए गए। भगवान महावीर के जयकारो के साथ जैन एकता जिंदाबाद के नारे भी लगते रहे। ज्ञापन देने ओर प्रदर्शन करने वालों में शांतिभवन श्रीसंघ भीलवाड़ा के अध्यक्ष महेन्द्र छाजेड़, मंत्री सुशील चपलोत,तेरापंथ सभा भीलवाड़ा के अध्यक्ष जसराज चौरड़िया, उपाध्यक्ष निर्मल गोखरू, जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ के संरक्षक तेजसिंह नाहर, मंत्री ज्ञानचंद सुराणा, पूर्व सभापति मंजू पोखरना, प्रकाश कोठारी, पारसमल कूकड़ा, हेमन्त कोठारी, राजेशकुमार पीपाड़ा, जितेन्द्र नागौरी, नवीन नाहर, भंवरलाल कोठारी, राजेन्द्रप्रसाद चीपड़, नवरतन डूंगरवाल, दिनेश मेहता, चन्द्रसिंह चौधरी, अभयकुमार चपलोत,नेमकुमार सिंघवी, कमल गोखरू, गौतम जैन,धनपत नाहर, अनिलकुमार बुरड़, ऋषभचंद लोढ़ा, नरेन्द्र वागरेचा, राजेश पाटनी, वरूण पितलिया,पदमकुमार डांगी, पारसमल पीपाड़ा, पंकजकुमार सूरिया, पुखराज चौधरी, नितिन बापना, प्रमोद सिंघवी, अनिल खटोड़, जवेरीलाल सिंघवी, अंशुल बाघमार, सुधीर दक, महेन्द्र पोखरना, जितेशकुमार लोढ़ा, विनोद खाब्या, मुकेश पोखरना, रविन्द्र पोखरना,पीयूष रांका, महावीर खाब्या, कमलेश सिसोदिया, अमित मेड़तवाल, किरणकुमार मेड़तवाल सहित जैन समाज की विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी व श्रावक-श्राविकाएं शामिल थे।


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