आकाशीय बिजली के वज्रपात से बचाव को लेकर जनहित में एड्वाइजरी जारी

गंगापुर सिटी, 9 मई | मौसम में हुए बदलाव एवं वज्रपात के बढ़ते हुए प्रकोप को देखते हुए आपदा प्रबन्धन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग, राजस्थान जयपुर ने तीव्र गर्जन एवं आकाशीय बिजली के वज्रपात से बचाव को लेकर “आकाशीय बिजली – क्या करें और क्या ना करें” एड्वाइजरी जारी की है|

इस सम्बंध में जिला कलक्टर डॉ. गौरव सैनी बताया कि एड्वाइजरी में एनडीएमए ने तीव्र गर्जन एवं आकाशीय बिजली के वज्रपात, आंधी, धूल, ओले और मजबूत हवाओं के नियंत्रण और प्रबंधन के लिए कार्ययोजना की तैयारी के लिए आवश्यक दिशा – निर्देश जारी किए हैं| जिसमें राज्यों, जिलों एवं अन्य एजेंसियों की भूमिका और जिम्मेदारियों को विस्तार से समझाया गया है, जिससे तेज बिजली और आंधी द्वारा उत्पन्न किसी भी आपदा से निपटने के लिए सभी स्तरों पर बेहतर तैयारी की जा सके।

जिला कलक्टर ने बताया कि एड्वाइजरी के अनुसार आंधी और बिजली भारत के बड़े हिस्से को प्रभावित करने वाले प्रमुख मौसम खतरों में से एक के रूप में उभरे हैं, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में मानव और पशुधन की मृत्यु हुई है और साथ ही आधारभूत सरंचनाओं एवं सम्पत्तियों को भी नुकसान पहुँचा है। यह उल्लेख करना भी जरूरी है कि बिजली आम तौर पर दिन के दूसरे भाग के दौरान विशेष रूप से दोपहर या शाम को गिरती है।

क्या करें: जब खुले स्थान पर हों

जिला कलक्टर ने बताया कि अगर आप बाहर घर अथवा कार्यालय के बाहर खुले स्थान पर हैं तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है| इस दौरान कोई भी बाहरी गतिविधियाँ शुरू करने से पहले मौसम के पूर्वानुमान की जाँच करें। आंधी और बिजली गिरने की स्थिति में 30 मिनट तक घर के अंदर ही रहें। जब गर्जना हो तो कहीं नजदीक आश्रय लें और सुरक्षित स्थान या भवन के अंदर रहें। इस दौरान धातु संरचनाओं और धातु शीटिंग वाले निर्माण से बचें। गरज और बिजली के दौरान सुरक्षित आश्रयों में समान्यत: घर, कार्यालय, शॉपिंग सेंटर और हार्ड-टॉप वाहन शामिल हैं जिनकी खिड़कियाँ ऊपर की और रोल्ड अप यानि खिड़कियां खुली रहनी चाहिए सम्मिलित हैं।

तीव्र गर्जन एवं आकाशीय बिजली के वज्रपात को जितना हो सके समय रहते भाँपने का प्रयास करें और सावधानी बरतते हुए ऊंचाई वाले क्षेत्रों जैसे पहाड़ियों या टीलों, पहाड़ या चोटियों और चोटियों से तुरंत उतर जाएं। इस दौरान खुले क्षेत्र में फँस जाने की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करें और खतरे के क्षेत्र से बाहर निकल कर पास के सुरक्षित स्थान पर शरण लें। आदर्श रूप से किसी निचले इलाके में आश्रय ढूंढें और सुनिश्चित करें कि चुने गए स्थान पर बाढ़ आने की संभावना नहीं है। तालाबों, झीलों और अन्य जल निकायों से तुरंत बाहर निकलें और उनसे दूर रहें। बिजली का संचालन करने वाली सभी उपयोगिता लाइनों और वस्तुओं जैसे टेलीफोन, बिजली, धातु की बाड़, ओवरहेड तार, रेल-सड़क-पटरियां, पवन चक्कियां, आदि, पेड़ों और पहाड़ियों से दूर रहें। यदि आप तूफान और बिजली गिरने के दौरान समूह में हैं तो जोखिम कम करने के लिए पर्याप्त दूरी बनाए रखें। यदि आप एक बंद वाहन में है तो सडक किनारे सुरक्षित स्थान पर वाहन रोककर उसके अन्दर ही रहें| साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखें कि रबर-सोल वाले जूते और कार के टायर बिजली से सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं।

क्या करें: जब किसी बिल्डिंग या घर के अंदर हों

हालांकि बिजली तूफान के दौरान घरों, कार्यालयों, शॉपिंग सेंटरों जैसे आश्रयों को सुरक्षित माना जाता है, फिर भी एक व्यक्ति जोखिम में हो सकता है। घर के अंदर सुरक्षित रहने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए हैं, जिनकी ओर ध्यान दिया जाना भी आवश्यक है| संचार के विभिन्न माध्यमों से अपडेट और चेतावनी निर्देशों के लिए स्थानीय मीडिया की निगरानी करते रहें। यदि संभव हो तो घर के अंदर रहें और यात्रा से बचें। दरवाजों, खिड़कियों, बरामदों और कंक्रीट के फर्श, फायर-प्लेस, स्टोव, बाथटब या किसी भी अन्य विद्युत सुचालक से दूर रहें। कंप्यूटर, लैपटॉप, गेमिंग सिस्टम, वॉशर, ड्रायर, स्टोव, या विद्युत आउटलेट से जुड़ी किसी भी चीज़ जैसे विद्युत इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अनप्लग करें, क्योंकि मुख्य बिजली आपूर्ति बिजली तूफान के दौरान बिजली की वृद्धि का संचालन कर सकती है। खिड़कियाँ और दरवाजे बंद रखें और अपने घर के बाहर की वस्तुओं (जैसे फर्नीचर, डिब्बे, आदि) को सुरक्षित रखें| सुनिश्चित करें कि बच्चे और पालतू जानवर अंदर ही रहें। पेड़ की लकड़ी या कोई अन्य मलबा समय रहते हटा दें जो उड़कर दुर्घटना का कारण न बन सकें।

तो क्या न करें: जब खुले स्थान पर हों

प्रतिकूल मौसम के दौरान विशेष रूप से कृषि क्षेत्र में काम करने, मवेशी चराने, मछली पकड़ने और नाव चलाने या सामान्य कार्य करने के लिए घर से बाहर न निकलें और न ही यात्रा करें। यदि आप वन क्षेत्र में हैं तो छोटे और बौने पेड़ों के नीचे आश्रय लें। बिजली गिरने के दौरान बिजली या टेलीफोन के खंभों या पेड़ों के नीचे आश्रय न लें। धातु की वस्तुओं का उपयोग न करें और बाइक, बिजली या टेलीफोन के खंभे, तार की बाड़, मशीनों आदि से दूर रहें। यदि आप खुले मैदान या आउटडोर में काम कर रहे हैं और आपके पास सुरक्षित स्थान पर आश्रय लेने के लिए पर्याप्त समय नहीं है, तो अपने सिर को झुकाकर गेंद जैसी स्थिति में झुकें और अपने हाथों को अपने कानों पर रखें, ताकि जमीन के साथ न्यूनतम संपर्क हो। बिजली गिरने के दौरान कभी भी मोबाइल फोन और लोहे की छड़ वाले छाते का उपयोग नहीं करें।

तो क्या न करें: जब अन्दर हों

बिजली और गरज के साथ स्नान या शॉवर न लें, बर्तन न धोएं या रुके हुए या बहते पानी के साथ कोई संपर्क न रखें क्योंकि बिजली इमारत की पाइपलाइन और धातु के पाइपों के माध्यम से गुजरती है। तार वाले फोन या किसी भी धातु के तार या छड़ युक्त बिजली अथवा इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें। कॉर्डेड फोन और अन्य विद्युत उपकरणों का उपयोग करने से बचें जो बिजली का संचालन कर सकते हैं। हालाँकि, लाइटिंग और लाइटिंग के दौरान कॉर्डलेस फोन का उपयोग करना सुरक्षित है। खुले वाहन जैसे कन्वर्टिबल्स, मोटरसाइकिल और गोल्फ कर्ट्स और खुली आधारभूत संरचना या स्थान जैसे पोर्च, गोल्फ कोर्स, पार्क, खेल के मैदान, तालाब, झीलें, स्विमिंग पूल और समुद्र तट आदि क्रीड़ा स्थलों से भी बचें।

यात्रा के दौरान: क्या करें और क्या न करें

बाहरी गतिविधियों से पहले मौसम के पूर्वानुमान की जाँच करें। यदि तूफान का पूर्वानुमान या चेतावनी है, तो यात्रा या बाहरी गतिविधियों को स्थगित कर दें।

साइकिल, मोटरसाइकिल या कृषि वाहनों से तुरंत उतर जाएं जो बिजली को आकर्षित कर सकते हैं। यदि नौकायन या तैराकी हो तो यथाशीघ्र उतरें और किसी सुरक्षित स्थान पर आश्रय लें| कन्वर्टिबल, मोटरसाइकिल और गोल्फ कार्ट जैसे खुले वाहनों से बचें। मदद आने तक या तूफ़ान थमने तक बन्द वाहन के अंदर ही रहें क्योंकि धातु की छत सुरक्षा प्रदान करेगी। गरज और बिजली के दौरान खिड़कियां खुली रहनी चाहिए और वाहन को पेड़ों और बिजली लाइनों से दूर खड़ा किया जाना चाहिए। जंगली क्षेत्र में हों तो बाहर साफ़ ज़मीन की ओर जाएँ। बिजली गिरने और आंधी के कारण जंगल में आग लगने की संभावना रहती है। शेष उक्त अनुसार ध्यान देने योग्य बातों और सावधानियों के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्र सहित स्कूलों, सार्वजनिक और निजी भवनों पर तड़ित चालक या गिरफ्तारी या स्थानीय नवीन तकनीकों की स्थापना आदि को अपनाकर हम गर्जन एवं आकाशीय बिजली के वज्रपात से सकुशल जानमाल का अधिकतम बचाव सुनिश्चित कर सकते हैं|

जिला कलक्टर ने बताया कि अधिक जानकारी के लिए NDMA की वेबसाइट (www.ndma.gov.in) पर अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में इन दिशा – निर्देशों को विस्तार से देखा जा सकता है।

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