खनिज व वन विभाग की कार्यशैली से तरह तरह की चर्चाऐं
भरतपुर- 22 फरवरी प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद और सरकार के बडे मुखिया के रूप में भरतपुर जिला निवासी भजनलाल शर्मा को चुने जाने के बाद भरतपुर जिले के पुलिस बेडे में हुए बडे बदलावों के पश्चात एक बार फिर से पुलिस एक्शन मोड में दिखी है। वहीं पूर्व के विभिन्न थानों की पुलिस व अवैध खनन से सीधा वास्ता रखने वाले खनिज व वनविभाग की कार्यशैली को लेकर भी लोगों में तरह तरह के सवाल उठने के साथ ही तरह तरह की चर्चाऐं होने लगी है। भरतपुर पुलिस रेंज के आईजी राहुल प्रकाश के निर्देश पर गुरूवार को पुलिस की विजिलेंस टीम ने अवैध खनन व ओवरलोडिंग के विरूद्ध ऑपरेशन अरावली अभियान चलाकर अवैध खनन के इमारती पत्थर से ओवरलोड भरी 30 ट्रैक्टर ट्राॅलीयों को जब्त कर 26 लोगों को गिरफतार किया है। जबकि अन्य लोग भागने में सफल रहे। बताया जाता है। कि इस कार्यवाही की तथा कथित खनन माफियाओं व जगह जगह उनकी चैकीदारी के लिए तैनात रहने वाले कथित दलालों और ठेकेदारों को इस कार्यवाही की भनक लग जाने से अवैध खनन के इमारती पत्थर से लदे सैंकडों ट्रैक्टर ट्राॅलीयों को पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले ही इधर उधर भगा दिया गया। इस अवैध गोरखधंधे से जुडे लोगों की माने तो बयाना,बंधबारैठा,वंशीपहाडपुर,रूदावल व रूपवास इलाके के संरक्षित वन्य जीव अभ्यारण्य क्षेत्र में खाकी व खादी के गठजोड और खनिज व वन विभाग एवं परिवहन विभाग की मिलीभगत के चलते इतने बडे पैमाने पर अवैध खनन व अवैध परिवहन का अवैध कारोबार चल रहा है कि, रात के अंधेरे में अवैध खनन से ओवरलोड भरे ट्रेक्टर ट्राॅली आदि वाहनों की लम्बी लम्बी कतारें बयाना रूपवास व बयाना बंधबारेठा रोड पर लग जाती है। वहीं दूसरे वाहनों का निकलना मुश्किल हो जाता है। जबकि इन सडक मार्गों पर आधा दर्जन से अधिक पुलिस थाने व चैकियां एवं वनविभाग के रेंज कार्यालय व नाके एवं खनिज विभाग के भी दफ्तर है। जिनकी नांक के नीचे होकर रोजाना सैंकडों की संख्या में अवैध खनन सामग्री से भरे यह सैंकडों ट्रैक्टर ट्राॅली व मोटर वाहन बेखौफ होकर निकलते है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह अवैध गोरख धंधा कैसे चल रहा है।
बताया गया है यह इमारती पत्थर संरक्षित वन्य जीव अभ्यारण्य क्षेत्र व वंशी पहाडपुर में अवैध रूप से संचालित पत्थर खानों से खनन कर लाया गया है। जिसकी अब गहन जांच कर इसमें लिप्त अन्य लोगों के विरूद्ध भी अभियान चलाकर और बडी कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल इस कार्यवाही से संगठित अवैध खनन माफिया व उससे जुडे लोगों में काफी हडकम्प मचा हुआ है। अब देखना यह है कि यह अभियान और पुलिस की कार्यवाही कितनी और कितने दिन प्रभावी रह पाती है या फिर हमेशा की तरह वही पुराने ढर्रे पर गाडी दौडने लगेगी।
बारकोड से होती है करोडों की अवैध वसूली:-
बयाना के डांग क्षेत्र के बीहडों व संरक्षित वन्य जीव अभ्यारण्य क्षेत्र में बडे पैमाने पर होने वाले अवैध खनन के करोडों के कारोबार में लिप्त लोगों से अब तक डकैत गिरोह ही चिन्ह देकर चैथवसूली का काम करते थे। किन्तु अब इस अवैध खनिज कारोबार से संबंधित और अपने आप को ठेकेदार बताने वाले कुछ लोग अवैध खनन व अवैध परिवहन करने वाले लोगों से प्रतिमाह करोडों की वसूली करने के लिए बारकोड का इस्तेमाल करने लगे है। इस बारकोड के जरिए की जाने वाली वसूली के बदले यह लोग उनके इस अवैध कारोबार को निर्बाध रूप से चलवाने और उनके विरूद्ध कोई कार्यवाही नही होने की गारंटी देते है। और कार्यवाही होने पर पुलिस व अन्य विभागों से छुडवाने का भी ठेका लेते है। यही नही जो इन लोगों का बारकोड नही लेता है या इन्हें चैथवसूली नही देता है। उसके वाहन को खनिज विभाग और पुलिस से पकडवाकर उनके विरूद्ध कार्यवाही करवाते है। जिससे घबराकर अंत में उसे इन्हीं चैथवसूली करने वालों की शरण में आना पडता है। इस चैथवसूली करने वाले गिरोह में रूपवास बंधबारैठा, वंशी पहाडपुर एवं रूदावल से लेकर बयाना तक करीब दो दर्जन लोग शामिल है। जिनका पूरा नेटवर्क है। और अवैध खनन व परिवहन के दौरान यह सभी लोग व उनके गुर्गे एक्टिव रहकर पूरी रैकी भी करते रहते है। आज इस कार्यवाही के बाद इनमें से कई लोग बयाना पुलिस कोतवाली के भी चक्कर काटते देखे गए।
अन्य विभागों को दी जाएगी सूचनाः-
इधर बयाना के नवनियुक्त कोतवाली प्रभारी बाबूलाल गुर्जर ने बताया है कि पकडे गए टैªक्टर ट्राॅलीयों के विरूद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर अन्य विभागों की ओर से भी कार्यवाही किए जाने के लिए खनिज विभाग, वनविभाग व परिवहन विभाग को भी सूचना भेजी गई है। बताया यह भी गया है कि पकडे गए ट्रैक्टर ट्राॅलीयों का रजिस्टैªशन कृषि उपयोग का बताया है जबकि उन्हें अवैध व्यवसायिक कार्य व ओवरलोडिंग में उपयोग किया जा रहा है। इनमें से कई ट्रैक्टर ट्राॅलीयों के आवश्यक दस्तावेज ही नही बताए है और बीमा भी नही बताया है।