बून्दी 18 जनवरी। राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) का दो दिवसीय शैक्षिक अधिवेशन मंडफिया चित्तौड़ के सांवरिया सेठ मंदिर परिसर के मीरा रंगमंच में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षको को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों के सम्मान में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। शिक्षा विभाग में पदोन्नति की गई। द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी अध्यापकों की भी शीघ्र पदोन्नति की जाएगी। विभाग में तबादले बोर्ड परीक्षाओं के बाद किए जाएंगे।
जिला मंत्री बून्दी राकेश शर्मा व अतिरिक्त्त जिला मंत्री अशोक नागर ने बताया कि शैक्षिक सम्मेलन के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी रहे। वहीं शिक्षा मंत्री मदन दिलावर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
प्रदेश शैक्षिक सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक को समाज आदर्श रूप में देखता है। समाज एवं बच्चे उनका अनुकरण करते हैं। हमारी सरकार ने बिना मांगे ही रुकी हुई पदोन्नतियां करने का कार्य किया। सैकंड व थर्ड ग्रेड से पदोन्नति भी शीघ्र होगी। विद्यार्थियों को गणवेश की राशि उनके सीधे खाते में जमा कराई जाएगी। दिलावर ने पूर्ववती सरकार पर बिना विचारे अंग्रेजी विद्यालय खोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसकी समीक्षा के लिए सरकार ने मंत्रिमंडलीय कमेटी का गठन किया। सरकार शीघ्र 50 हजार शिक्षकों की भर्ती करेगी। शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए गत दिनों 12 हजार करोड़ रुपए के एमओयू हुए। संस्कार संस्कृति शिक्षा के लिए सभी जिलों में वेद पाठशालाएं खोली जाएंगी। केवल शिक्षा ही पर्याप्त नहीं है। संस्कारों की भी आवश्यकता है। मंत्री ने कक्षा में मोबाइल का उपयोग नहीं करने, दर्शन या नमाज के लिए विद्यालय नहीं छोड़ने तथा अच्छी वेशभूषा में आने के सुझाव मानने के लिए शिक्षक समाज का आभार जताया।
शिक्षकों की मांग पर मंत्री दिलावर ने कहा कि चुनाव, बोर्ड परीक्षा व विधानसभा सत्र के कारण स्थानांतरण नहीं हो पाए। मुख्यमंत्री के आदेश पर बोर्ड परीक्षाओं के बाद शीघ्र किए जाएंगे।
शिक्षक सम्मेलन के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता है। समाज में परिवर्तन का संवाहक है। निंबाराम ने पंच परिवर्तन पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी, सामाजिक समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, नागरिक कर्तव्य आदि के प्रति समाज जागरण के लिए शिक्षा को प्रमुख साधन बताया।
मुख्य अतिथि विस अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि आगामी पीढ़ी का भविष्य संवारने की महती जिम्मेदारी शिक्षक समाज पर है। अपने कौशल से राष्ट्रभक्त जिम्मेदार नागरिक तैयार करें। उन्होंने सभी से राष्ट्र प्रथम स्वयं अंतिम के भाव से काम करने को कहा।
स्वागत उद्बोधन में शिक्षक संघ राष्ट्रीय प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा ने स्थानांतरण, वेतन विसंगति, स्थायीकरण, गैर शैक्षणिक कार्य, पदोन्नति, संगठन की मान्यता आदि समस्याओं व मांगों को रखा। प्रदेश अध्यक्ष रमेश पुष्करणा ने कहा कि शिक्षक समाज राष्ट्र की उन्नति तथा सरकार की मंशा के अनुसार कार्य करने के लिए सदैव तत्पर रहा है। सरकार हमारी मांगों का भी निराकरण करें। बतौर अतिथि राष्ट्रीय संगठन मंत्री घनश्याम, विधायक अर्जुनलाल जीनगर व चंद्रभान सिंह आक्या, सांवलियाजी मंदिर मंडल के पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा आदि उपस्थित रहे। जयदेव पाठक की स्मृति में व्याख्यान माला में मुख्य वक्ता अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने उद्बोधन दिया। संचालन प्रदेश महामंत्री महेंद्र लखारा व प्रदेश अतिरिक्त्त महामंत्री योगेश शर्मा ने किया।
अनिल सामरिया ने बताया कि दो दिवसीय शैक्षिक अधिवेशन में प्रदेश अतिरक्त महामंत्री योगेश शर्मा के मार्गदर्शन एवं बून्दी जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव के नेतृत्व में सभी दस उपशाखाओं से एक हजार से अधिक शिक्षक शिक्षिकाओं ने भाग लिया। जिसमें महिलाओं की भी अच्छी भागीदारी रही।