बौंली, बामनवास।देश के सुप्रसिद्ध रणथंभौर टाइगर नेशनल पार्क के जॉन नंबर दो व तीन गणेश मंदिर मार्ग व जोगी महल के आसपास अपने टेरेटरी बनाने को लेकर आक्रामक हुई अन्वी उर्फ कनकटी को वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइज करने के बादभिड़ नाका के एंक्लोजर एरिया में शिफ्ट कर दिया तब जाकर वन विभाग व गणेश मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली। शावक अन्वी बुधवार को सुबह रणथंभौर नेशनल पार्क के पास बसे कुतलपुरा गांव के खेतों पर आ गई, जिसे देखकर पूरे गांव में भय का माहौल हो गया, ग्रामीणों की चिल्लाहट सुनकर कनकटी बाजरे के खेत में छिप गई । सूचना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची एवं खेत के बाहर निकाल कर होटल में प्रवेश करते समय शावक अन्वी को दो बार की कड़ी मेहनत के बाद ट्रेंकुलाइज कर भिड नाके पर बने एनक्लोजर में शिफ्ट कर दिया गया तब जाकर वन विभाग व गणेश मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली । अन्वी अब 2 वर्ष की हो चुकी है और वह टेरेटरी को लेकर हिंसक हो चुकी है वह मात्र एक माह में एक 7 वर्षीय बालक सुमन व रेंजर देवेंद्र चौधरी को मौत के मौत के घाट उतार चुकी है, अनवी का एक कान कटा हुआ है इस कारण वन एवं वन प्राणी प्रेमी उसे कनकटी भी कहते हैं, कनकटी में इंसानों का भय खत्म हो चुका है इस कारण इसे एंक्लोजर में शिफ्ट करने के अलावा वन विभाग के पास और कोई विकल्प नहीं था, खूंखार व हिंसक हो चुकी फीमेल शावक अब किसी पर भी हमला कर सकती थी, रणथंभौर टाइगर नेशनल पार्क के सीसीएफ अनूप के आर ने बताया कि फीमेल शावक को ट्रैकुलाइज कर भिड नाके पर बने एंक्लोजर में छोड़ा गया है, शावक की मॉनिटरिंग की जा रही है, उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है उनके निर्देश पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

1996 से लगातार पत्रकारिता कर रहे हैं। 1996 से दैनिक भास्कर में बौंली, बामनवास एवं सन 2000 में दैनिक भास्कर ब्यूरो चीफ गंगापुर सिटी। 2003 से पंजाब केसरी और वर्तमान में राष्ट्रदूत। अनेकों चैनल व अखबारों में कार्यरत हैं। आवाज आपकी न्यूज पोर्टल में पत्रकार हैं।