कुशलगढ|आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ईकाई कुशलगढ़ द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर उपखंड अधिकारी उपखंड कार्यालय कुशलगढ़ को मुख्यमंत्री, राजस्थान सरकार, जयपुर शिक्षा मंत्री महोदय, जनजाति विकास मंत्री महोदय,राजस्थान सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा, जिला संयोजक बांसवाड़ा कांतिलाल गरासिया ने बताया कि हमारा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र दक्षिणी राजस्थान में अवस्थित हैं जहां पर उच्च शिक्षा में अध्ययन के लिए गुजरात पलायन कर माता-पिता अपने बच्चों की पढ़ाई करवाते हैं मामा बालेश्वर दयाल राजकीय पीजी कॉलेज कुशलगढ़ में बीए में प्रत्येक वर्ष 2100 से 2500तक विधार्थी आवेदन करते हैं जिसमें सिर्फ सीमित सीटें होने के कारण आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी उच्च शिक्षा से वंचित रहते हैं जो प्राइवेट कॉलेज की बड़ी फीस राशि नहीं होने के कारण आगे का अध्ययन नहीं कर पाते हैं महाविद्यालय में 600 सीटों से बढ़कर 800 सीटें की जाएं जिससे आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को उच्च अध्ययन में आसानी हो महाविद्यालय की दूसरी मांग गृह विज्ञान एवं दर्शनशास्त्र विषय खोला जावे तीसरी मांग जितने भी जनजाति छात्रावास,समाज कल्याण छात्रावास हैं उन में इनवर्टर की व्यवस्था की जाए ग्रामीण जीवन में विद्युत की समस्या एवं अभाव के कारण विद्यार्थी अध्ययन हेतु छात्रावास में रहते हैं जहां बरसात के समय या अन्य समय में भी विद्युत कटौती हमेशा होती रहती हैं जहां विद्यार्थीयों की पढ़ाई बाधित होती हैं, कुशलगढ़ में सार्वजनिक पुस्तकालय की व्यवस्था की जानी चाहिए प्रत्येक ब्लॉक पर सार्वजनिक पुस्तकालय हैं किंतु कुशलगढ़ ब्लॉक में नहीं है, सार्वजनिक पुस्तकालय स्थापित होने से जनजाति बाहुल्य क्षेत्र में विद्यार्थियों का प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता के प्रति रूझान बढ़ेगा, पीजी कॉलेज में युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा लगाई जाए एवं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सरण में विज्ञान संकाय खोला जाए जहां आसपास के 7से 8 विद्यालयों में विज्ञान संकाय नही है, विद्यालय से 8किलोमीटर से 9 किलोमीटर दूरी पर विज्ञान विषय हेतू अध्ययन के लिए जाना पड़ता है जहां सीमित सिटी होने के कारण विज्ञान विषय पढ़ने की इच्छुक विद्यार्थी वंचित रह जाते हैं विद्यार्थियों के रुझान को समझते हुए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सारण में विज्ञान संकाय खोला जावे तथा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सारण में 1 से 12 तक कक्षाएं संचालित होती हैं जहां 700 से 800 विद्यार्थी हैं जिसमें विद्यार्थियों को बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है सिर्फ पांच नए भवनहैं जो 4से 5 वर्ष पूर्व बने बाकी विद्यालय बना उस समय के पुराने जर्जर भवन हैं जहां बरसात के दिनों में छतों से पानी टपकता है किसी भी अनहोनी से बचने के लिए जल्द से जल्द राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सरण में पांच कमरों का निर्माण करवाया जाए इन सभी 7 सूत्री मांगों को जल्द से जल्द पुरी की जाने की मांग की इस अवसर पर तहसील संयोजक राकेश डामोर विकेश हितेश बारिया ईश्वरलाल कटरा पंकज गरासिया आदि उपस्थित थे। ये जानकारी कांतिलाल गरासिया ने दी।