विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भाजपा की रिकाॅर्ड जीत होगी – अमित शाह
सवाई माधोपुर 1 जुलाई। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने उदयपुर, के गाँधी मैदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार के सफल 9 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित किया। कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं राजस्थान के भाजपा प्रभारी अरुण सिंह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़, उप-नेता सतीश पूनिया एवं श्रीमती विजया राहटकर सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे।
शाह ने कहा कि जो नजारा मेवाड़ की धरती पर दिखाई दे रहा है, उससे यह निश्चित है कि 2023 के विधान सभा चुनाव और 2024 के लोक सभा चुनाव में भाजपा की रिकॉर्ड जीत होने जा रही है। 2023 में राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी विजय के सारे रिकॉर्ड तोड़ कर प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी। पार्टी के राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत मैं आज मिला कर 15 राज्यों में जनसभा कर चुका हूँ। देश भर में प्रधानमंत्री के लिए जनता में जो समर्थन मुझे दिखा है, उससे यह निश्चित है कि 2024 में 300 से अधिक सीटों के साथ नरेन्द्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बीत 9 साल कई मायनों में परिवर्तनकारी रहे हैं। राजस्थान में पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ लगभग 80 लाख किसानों की मिल रहा है। राजस्थान में किसानों के एकाउंट में लगभग 16,000 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है। जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश में लगभग 43 लाख परिवारों को नल से जल मिल रहा है। राजस्थान में लगभग 86 लाख शौचालय बने हैं और लगभग 4.2 करोड़ लोगों को गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त अनाज मिल रहा है। लगभग 5.75 करोड़ उज्ज्वला कनेक्शन वितरित किये गए हैं जिसमें से लगभग 84 हजार ट्राइबल कनेक्शन हैं। प्रदेश में पीएम आवास योजना के तहत लगभग 18 लाख लोगों को घर मिला है।
शाह ने कहा कि मेवाड़ के राणाओं के साथ आदिवासी जनजाति ने भी मुगलों से दो-दो हाथ किया था। देश के स्वतंत्रता संग्राम में भी जनजातीय वीरों का अतुलनीय योगदान रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान् बिरसा मुंडा जयंती को जनजाति गौरव दिवस के रूप में स्थापित किया है। आजादी के 75 सालों में पहली बार एक आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति के पद पर प्रतिष्ठित किया गया। 10 साल में कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान केवल 90 एकलव्य मॉडल स्कूल खोले गए जबकि बीते 9 वर्षों में 500 से अधिक एकलव्य मॉडल स्कूल खोले गए। इसमें 40,000 से अधिक शिक्षकों की भर्ती की गई और लगभग 30 लाख से अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई। जनजातीय मंत्रालय का बजट पहले केवल हजार-डेढ़ हजार करोड़ रुपये का होता था, उसे बढ़ा कर नरेन्द्र मोदी सरकार ने 15,000 करोड़ रुपये कर दिया है। जनजातीय आयोग का गठन भी श्रद्धेय अटल बिहारी सरकार ने किया था और भरों सिंह शेखावत ने जनजातीय आरक्षण में वृद्धि की थी।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आज हमारे प्रधानमंत्री दुनिया के किसी भी देश जाते हैं तो वहां उनका भव्य स्वागत होता है और हर जगह मोदी-मोदी के गगनभेदी नारे लगते हैं। कोई उनसे अपॉइंटमेंट माँगता है, कोई उनका ऑटोग्राफ लेता है तो कोई उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद ले रहा है। देश के प्रधानमंत्री का स्वागत देश के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है, भारत का सम्मान है। चाहे शिक्षा हो, इंफ्रास्ट्रक्चर हो, इंडस्ट्री हो, दलित कल्याण हो, आदिवासी कल्याण हो, गरीब कल्याण हो या इन्वेस्टमेंट हो, विकास के हर पैरामीटर पर मोदी सरकार ने नए आयाम स्थापित किये हैं। ये नरेन्द्र मोदी सरकार ने जिसने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करके आतंकवाद पर करारा जवाब दिया तथा धारा 370 को धाराशायी किया।
शाह ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले कांग्रेस सहित 15 विपक्षी दलों के नेता पटना में इकठ्ठा हुए थे। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस भी की। ये 15 विपक्षी दल कौन थे? इन पर लगभग 20 लाख करोड़ रुपये के घपले-घोटाले और भ्रष्टाचार के आरोप हैं जबकि नरेन्द्र मोदी सरकार पर विरोधी भी भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा सके। ये भ्रष्टाचारी विपक्षी पार्टियां राहुल गाँधी को पीएम बनाना चाहती हैं। यदि गलती से भी राहुल गाँधी प्रधानमंत्री बने तो घपले, घोटाले और भ्रष्टाचार ही देश की नियति बन जायेगी। यदि नरेन्द्र मोदी पुनः देश के प्रधानमंत्री बनते हैं तो भ्रष्टाचार करने वाले जेल की सलाखों के पीछे जाएंगे।
विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि सोनिया गाँधी के जीवन का एकमात्र लक्ष्य है राहुल गाँधी को प्रधानमंत्री बनाना, लालू यादव का लक्ष्य है तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना, ममता दीदी का लक्ष्य है अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को सीएम बनाना, स्टालिन अपने बेटे उदयनिधि को सीएम बनाना चाहते हैं और अशोक गहलोत का लक्ष्य है वैभव गहलोत को सीएम बनाना। राजस्थान की जनता ने निर्णय ले लिया है कि उसे वोट नहीं देना है जो अपने बेटे के लिए काम करता हो बल्कि वोट उसे देना है जो देश के लिए काम करता है।
शाह ने कहा कि घर जैसा होगा, घर के लोगों के संस्कार भी वैसे ही होंगे। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कांग्रेस की गहलोत सरकार पिछले 3-4 साल से लगातार देश भर में भ्रष्टाचार के सर्वेक्षण में, भ्रष्टाचार करने में नंबर एक है। खनन विभाग में लगभग 66,000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ। बात वहां तक पहुँच गई कि एक संत को अपना बलिदान करना पड़ा। उदयसागर झील के नाम पर 2,000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ। प्रतापगढ़ में लगभग 1,000 करोड़ रुपये का लाइमस्टोन खान का भ्रष्टाचार हुआ। राजस्थान सचिवालय में अफसरों के आलमीरा में से दो करोड़ रुपये और एक किलो सोना निकलता है। गहलोत जी, बताइये कि सोना किसका है? जनता गहलोत सरकार से हिसाब मांगे कि सचिवालय में दो करोड़ रुपये और एक किलो सोना किसका है? काली सिंह बाँध में करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ। गरीबों के राशन में लगभग 100 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ और वृद्धावस्था पेंशन के नाम पर भी ये लोग लगभग 450 करोड़ रुपये खा गए। गरीबों के राशन और वृद्ध लोगों के पेंशन के पैसे खाकर कोई सुखी नहीं रह सकता। कांग्रेस की गहलोत सरकार भ्रष्टाचारी सरकार है। इसने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार वादाखिलाफी वाली सरकार है। अशोक गहलोत ने राजस्थान की जनता से जितने भी वादे किये, एक भी वादा पूरा नहीं किया। 10 दिन में किसानों का कर्जा माफ करना था, नहीं हुआ। उलटे लगभग 19,000 किसानों की भूमि कुर्क कर ली गई। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देना था, नहीं दिया। राजस्थान में 19 से अधिक पेपर लीक हुए। बेरोजगारी और बलात्कार में राजस्थान देश में नंबर वन है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के बेटे टॉपर बन जाते हैं और मेधावी छात्र आगे बढ़ने से रह जाते हैं।
शाह ने कहा कि कांग्रेस की गहलोत सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति दयनीय है। सन 2000 में जयपुर में बम ब्लास्ट हुआ था। राजस्थान में भाजपा की वसुंधरा सरकार थी, सबको पकड़ कर जेल में डाला गया लेकिन गहलोत सरकार के एडवोकेट जनरल को इस मामले में पैरवी करने की फुर्सत ही नहीं थी, सब के सब आरोपी छूट गए। 50 लोगों की हत्या के दोषी दहशतगर्द आतंकी बिना सजा के गहलोत सरकार में छूट गए और इन्हें शर्म भी नहीं आती। कन्हैयालाल को भी राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने सुरक्षा नहीं दी। पुलिस चुप बैठी रही और कन्हैयालाल की नृशंस हत्या कर दी गई। झूठ मत बोलिये गहलोत कि इस मामले में चार्जशीट नहीं हुई है। 22 दिसंबर 2022 को इस मामले में चार्जशीट हो चुका है। लेकिन मामले की सुनवाई के लिए स्पेशल कोर्ट बनाने का काम गहलोत जी, आपका है जिससे कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जा सके। राजस्थान सरकार हाईकोर्ट को भरोसे में लेकर स्पेशल कोर्ट नहीं बनाती है, नहीं तो अब तक कन्हैयालाल के दोषियों को फांसी की सजा दी जा चुकी होती।
अशोक गहलोत सरकार पर हमला जारी रखते हुए केंद्रीय एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की गहलोत सरकार वोट बैंक की राजनीति करती है। प्रधानमंत्री ने पीएफआई पर बैन लगाया लेकिन कोटा में पीएफआई की रैली निकलती है, चित्तौड़गढ़ में रतन सोनी की हत्या हो जाती है, करोली में हिंदू त्यौहार बंद कर दिए जाते हैं, संघ का पद-संचलन बंद कर दिया जाता है, अलवर में लगभग 300 साल पुराना शिव मंदिर ढहा दिया जाता है और भगवा ध्वज उतारने की हिमाकत भी गहलोत सरकार करती है। आजादी के इतने साल बाद भी वोटबैंक की लालच में संविधान को किनारे करके जिस प्रकार से राजस्थान में बहुमत समाज के साथ अन्याय और अत्याचार हो रहा है, उसकी भर्त्स्ना की जानी चाहिए। ऐसा वोट बैंक की राजनीति करने वाले ही कर सकते हैं। भाजपा वोट बैंक की राजनीति नहीं करती है।
शाह ने कहा कि कांग्रेस की गहलोत सरकार 3‘डी’ से घिरी हुई सरकार है। 3डी का मतलब है – दंगा, महिलाओं से दुर्व्यवहार और दलितों पर अत्याचार। कांग्रेस की इस 3‘डी’ वाली सरकार को उखाड़ फेंकना है। राजस्थान की जनता के पास दो मौके हैं – इस वर्ष राज्य सरकार चुनने का और अगले वर्ष केंद्र सरकार चुनने का। 2024 के लोक सभा चुनाव का ट्रेलर इसी साल विधान सभा चुनाव में है। इस ट्रेलर में गहलोत सरकार को उखाड़ कर फेंक दीजिये तो 2024 में अपने-आप राजस्थान में 25 सीटों पर भाजपा की विजय का रास्ता साफ हो जाएगा और नरेन्द्र मोदी पुनः देश के प्रधानमंत्री बन जाएंगे। भ्रष्ट और नकारा अशोक गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकिए।