कुशलगढ़|आमली ग्यारस पर महर्षि वाल्मीकि रामधाम आश्रम कुशलगढ़ में विश्व कल्याण की कामना के लिए किया गया आमला पूजन महंत नरसिंह गिरी महाराज ने बताया की स्वामी विवेकानंद महाराज के सानिध्य में आंवला पूजन और नारियल होम किया गया इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद महाराज ने आंवला ग्यारस की महत्ता बताते हुए कहा की सनातन हिंदू धर्म प्रकृति पूजक हे जिसके कारण अनादिकाल से प्रकृति, पर्यावरण के संरक्षण एवम संवर्धन के लिए ईश्वरीय विधान वासुदेव सर्वमति के सिद्धांत से वृक्षों में नारायण के दर्शन सानिध्य का विधान सनातनी हे सनातन हिंदू धर्म कण कण में ईश्वर के दर्शन करता है और पूजता हे ।
डॉक्टर वजेग जी मईडा ने बताया की आदिवासी हिंदू समाज जनजाति बाहुल्य क्षेत्र के कुंवारे लड़के, लड़कियां उपवास करके पूरे गांव के सामूहिक रूप से एक स्थान में एकत्रित हो करके आंवले के वृक्ष की पूजा अर्चना कर के सात फेरे लगाते हे और मनोकामना पूर्ति के लिए वृत रखते है यह हमारी सनातनी परंपरा सदियों से चली आ रही है कार्यक्रम में विश्व मंगल की कामना करते हुए नारायल होम से पूर्णाहुति की गई । इस अवसर पर गिरधारी नाथ जी महाराज रामेशगिरी महाराज हरिसिंह जी महाराज भुरजी भाई कटारा पीनू गोयल ललित राठौड़ सुरेशनाथ महाराज आदि मौजूद रहे।