अमृत सरोवर (तालाब) बना प्रधान और सचिव को कमाई का स्रोत आखिर क्यों नहीं जाग रहा महकमा
प्रयागराज। ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। जनपद के यमुनानगर विकासखंड शंकरगढ़ क्षेत्र के ज्यादातर ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर प्रधान और सचिवों के पैसा कमाने का जरिया बन चुका है। बता दें एक ग्राम पंचायत करियाकला ब्लाक के अंतर्गत आता है। जिसमें अमृत सरोवर का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। ग्रामीणों की मानें तो भ्रष्टाचारी प्रधान और सचिव की मिलीभगत से जमीनी स्तर पर सरकारी धनराशि बंदरबांट किया जा रहा है।और भ्रष्टाचार नामक दीमक से ग्राम पंचायत के विकास कार्यों को खोखला किया जा रहा है। ब्लॉक के ग्राम कारिया कला में लाखों रुपए का भ्रष्टाचार किया जा रहा है।प्रधान और सचिव से अगर जानकारी लेना भी चाहो तो चोर- चोर मौसेरे भाई वाली कहावत सामने आने लगती है। उत्तर प्रदेश सरकार कहती हैं भ्रष्टाचारियों को जड़ से मिटा देंगे लेकिन शंकरगढ़ ब्लॉक में दिन पर दिन फल फूल रहे भ्रष्टाचारियों पर उत्तर प्रदेश की सरकार कार्यवाही का हंटर चलाने में नाकाम क्यों दिखाई दे रही है।यही कारण है की प्रधान हो या सचिव शंकरगढ़ ब्लॉक में दिन पर दिन भ्रष्टाचार करके सरकारी धन का बंदरबांट करके अपनी अपनी तिजोरी को भर रहे हैं।अब देखना यह है कि इन भ्रष्टाचारियों पर कब कार्य वाही का हंटर चलेगा? या फिर इसी तरह भ्रष्टाचार होता रहेगा? सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों नहीं जाग रहा महकमा, क्यों जानबूझकर अनजान बन रहे अधिकारी, आखिर किसका है अधिकारियों को डर यह अपने आप में बड़ा और अहम सवाल है।