बार के साथ सौहार्द पूर्ण रिश्ता रखते हुए क़ायम करेंगे नया इतिहास-अनुपमा राजीव बिजलानी

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बार और बैंच एक सिक्के के दो पहलू-शशि इंदौरिया

बैंच का सम्मान करना हमारी ड्यूटी है-डॉ. मनोज आहूजा

अजमेर| बार एसोसिएशन अजमेर के वरिष्ठ अधिवक्ता शशि इंदौरिया के सानिध्य में एडवोकेट एस एन हावा व एडवोकेट मनोज आहूजा सहित अन्य अधिवक्ताओं ने गुरुवार को नव पदस्थापित श्रम न्यायाधीश अनुपमा राजीव बिजलानी के सम्मान में अभिनन्दन समारोह का आयोजन किया।आयोजित कार्यक्रम में अजमेर बार के अधिवक्ता मौजूद रहे।पूर्व अपर लोक अभियोजक शशि इंदौरिया, पूर्व उपाध्यक्ष सत्यनारायण हावा तथा अखिल भारतीय संयुक्त अधिवक्ता मंच के अजमेर संभागीय अध्यक्ष एडवोकेट डॉ.मनोज आहूजा, एडवोकेट आजीम खान,एडवोकेट वीरेंद्र सिंह राजावत व एडवोकेट राहुल गर्ग ने बुके भेंट करते हुए साफा पहनाकर अभिनन्दन किया गया।इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता शशि इंदौरिया ने कहा कि हम सबकी यह परम्परा रही है कि हम नवपदस्थापित जज का अभिनन्दन करते हैं उसी परम्परा का निर्वहन करते हुए आज हमारे द्वारा अभिनन्दन किया गया है।उन्होंने कहा कि न्यायाधीश हमारे न्यायिक परिवार के मुखिया होते हैं इसलिये उनका सम्मान करना हमारी ड्यूटी है इसके साथ ही हम न्यायाधीश से भी ये उम्मीद करते हैं कि वो अधिवक्ता की गरिमा का भी ध्यान रखे।एडवोकेट मनोज आहूजा ने कहा कि बार और बैंच के सौहार्द पूर्ण रिश्ते होंगे तभी हम आमजन को न्याय रूपी प्रसाद परोस सकेंगे उन्होंने कहा कि अजमेर के अधिवक्ताओं द्वारा ना केवल ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जाते है वरन बैंच का दिल से सम्मान भी करते है।एडवोकेट सत्यनारायण हावा ने कहा कि अजमेर बार के अधिवक्ता सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ काम करते हुए न्यायिक गरिमा बनाए रखने में विश्वास रखते हैं जो परम्परा ऐसे ही चलती रहेगी।इस मौक़े पर जिला न्यायाधीश अनुपमा राजीव बिजलानी ने कहा कि वकालात का व्यवसाय बहुत रॉयल प्रोफेशन है।समाज हमसे बहुत उम्मीद करता है ऐसे में हमें लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरना होगा,सस्ता सुलभ और शीघ्र न्याय की परिकल्पना को साकार करना होगा।उन्होंने कहा कि यह हमारी ड्यूटी है कि हम गांव के अंतिम छोर में बैठे व्यक्ति को न्याय दिला सकें।उन्होंने अधिवक्तागण से कहा कि गरीब व पीड़ित की मदद करना हमारी जिम्मेदारी है।किसी गरीब के पास यदि फीस के पैसे नहीं हों तो उनकी निशुल्क पैरवी करके उसे न्याय अवश्य दिलावें।उन्होंने कहा कि जहां की बार मजबूत होती है वहां की बैंच बेहतरीन काम कर पाती है, अधिवक्ताओं की ड्यूटी है कि वो बैंच का ख्याल रखे उनका मानसिक स्तर अच्छा रखे जिससे कार्य में गुणात्मक सुधार हो पाता है।जो हमारे पास आता है उसका काम अच्छे से करना हमारी जिम्मेदारी है।उन्होंने कहा कि बार और बैंच के रिश्तों में मिठास रखते हुए नया रिकॉर्ड क़ायम करने का प्रयास करेंगे।


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