नशे की बुरी विसंगतियों से इंसान भटक जाता है, नशा त्यागें- बूलियां
शाहपुरा|देश व्यापी अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के अंतर्गत गुरूवार को अणुव्रत समिति शाहपुरा के तत्वावधान में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अरनिया घोड़ा में व्यसन मुक्ति दिवस मनाया गया। इस दौरान विद्यार्थियों को व्यसन मुक्त रहने का संकल्प दिलाकर व्यसन मुक्त समाज व राष्ट्र निर्माण में आगे आने का आव्हान किया।
संरक्षक देवेंद्र बूलिया ने विद्यार्थियों को प्रेरणा देते हुए कहा कि जीवन मे नशा करना बुरी आदत है, हम इसे बदले। कभी भी किसी भी स्थिति में नशा नहीं करने का संकल्प लें। नशे से स्वयं का और परिवार का नुकसान सम्भव है। नशे से बुरी विसंगतियों की ओर इंसान भटक सकता है। पर्यावरण के प्रति हमारी सजगता ही इसके वातावरण को शुद्ध और स्वच्छ रख सकती है। हम अपनी छोटी-छोटी आदतों में सुधार लाकर भी पर्यावरण की सुरक्षा कर सकते है। मुनिश्री ने नशे से दूरी और पर्यावरण की सुरक्षा के संकल्प विद्यार्थियों को कराए। समस्त विद्यार्थियों ने भी इन संकल्पों को दोहराया। संरक्षक देवेंद्र बूलिया ने विद्यार्थियों को अणुुव्रत संकल्प करवाए तथा विद्यालय परिवार का अनुव्रत समिति की ओर से आभार व्यक्त किया।
मुख्य वक्ता सौरभ जोशी मेल नर्स ने व्यसन क्या है, व्यसन के सामाजिक, मानसिक, शारीरिक, पारिवारिक दुष्पभावो पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशे से अभ्यस्त है तो छोडने के लिए सबसे अच्छा तरीका तो यह है कि नशे से सदा दूर रहे। इस थीम को हमेशा याद रखे जीने के लिए भोजन जरूरी है नशा नहीं। उन्होंने कहा कि नशा, एक ऐसी बीमारी है जो कि युवा पीढ़ी को लगातार अपनी चपेट में लेकर उसे कई तरह से बीमार कर रही है। शराब, सिगरेट, तम्बाकू एवं ड्रग्स जैसे जहरीले पदार्थों का सेवन कर युवा वर्ग का एक बड़ा हिस्सा नशे का शिकार हो रहा है। आज फुटपाथ और रेल्वे प्लेटफार्म पर रहने वाले बच्चे भी नशे की चपेट में आ चुके हैं।
पं. सुनील भट्ट ने अणुव्रत गीत का से कार्यक्रम की शुरुआत की। संयोजक गोपाल पंचोली ने अणुव्रत आंदोलन का परिचय दिया। विद्यालय परिवार की ओर से नितिन जावलिया ने अणुव्रत आंदोलन के इस अभियान को जनोपयोगी बताते हुए सदा विद्यालय के सहयोग का भरोसा दिया। अणुव्रत समिति ने विद्यालय को साहित्य भेट कर आभार व्यक्त किया।