घूमर व लोक नृत्य ने मन मोहा
पन्नाधाय का बलिदान प्रस्तृति पर झलके आंख से आंसू
भरतपुर|राष्ट्रीय शिक्षा नीति एनईपी-2020 के तहत राजस्थान राज्य के उदयपुर स्थित सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र पर आयोजित हो रहे राष्ट्रीय प्रशिक्षण में शिक्षा में पुतली कला की भूमिका के तहत राजस्थान के संभागियों ने प्रस्तुतियां दी,जिनकी जमकर सराहना हुई और पन्नाधाय का बलिदान की प्रस्तुति पर आंखों से आंसू झलक आए और गणगौर पूजा की प्रस्तुति ने भावविभोर कर दियर,जबकि धूमर व ब्रज नृत्य सहित अन्य लोकनृत्यों ने सभी का मन मोह लिया। प्रशिक्षण में राजस्थान राज्य सहित देश के सभी राज्य के संभागी भाग ले रहे है। सभी राज्य के संभागी प्रतिदिन प्रस्तुतियां देते है,जिन्हे देख सभी आश्चर्य कर जाते है। क्योकि भारत देश एक,जिसमें धर्म,राज्य,भाषा,पहनावा और बोली अनेक,फिर सभी का दिल है हिन्दुस्तानी। राजस्थान राज्य का नेतृत्व कर रहे भरतपुर संभाग के सवाईमाधोपुर जिले के शिक्ष सुवाराम मीणा एवं कोटा संभाग के वारां जिले के शिद्वाक अरविन्द गुर्जर ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति एनईपी -2020 के तहत राजस्थान राज्य के उदयपुर स्थित सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र पर 17 सितम्बर से 1 अक्टूम्बर तक राष्ट्रीय प्रशिक्षण जारी है,जिसमें शिक्षा में पुतली कला की भूमिका आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में प्रशिक्षण में राजस्थान राज्य सहित देश के सभी राज्य के संभागी भाग ले रहे है। शिक्षा में पुतली कला की भूमिका के तहत राजस्थान के संभागियों ने प्रस्तुतियां दी। प्रस्तुति के तहत पन्नाधाय का बलिदान,गणगौर पूजा,बृज नृत्य,घूमर नृत्य एवं अन्य राजस्थान के लोकनृत्यों की प्रस्तुतियां दी। राजस्थान के अजमेर जिले की विजयश्री,संदीप व मनीषा विश्नोई,झुुझुनू जिले की ज्योति सांखला व मंजू देवी,उदयपुर जिले की प्रीति अग्रवाल,खूशबू तथा वारां जिले की रित नागर आदि ने प्रस्तुतियां दी और जिनकी नेतृत्व सवाईमाधोपुर जिले के सुवाराम मीणा एवं वारां जिले के अरविन्द गुर्जर ने किया।