बांसवाड़ा| नौगामा वागड़ प्रांत के 50 यात्रियों की बस अष्टापद के प्रथम चरण में पदमपुरा महावीर जी रानीला अमृतसर चंडीगढ़ कश्मीर गुलमर्ग सोनमार्ग पहलगाम की यात्रा करते हुए मसूरी ऋषिकेश हरिद्वार से अष्टापद बद्रीनाथ पहुंचे जहां पर सभी यात्रियों ने भीनी भीनी वर्षा की बूंदो एवं सर्द हवा के साथ बद्रीनाथ के दर्शन कर संपूर्ण संसार में शांति की कामना की एवं भारत का प्रथम गांव माणा जहां पर सरस्वती नदी का उद्गम स्थल है के दर्शन कर अभिभूत हुए इस अवसर पर महावीर इंटरनेशनल के वीर सदस्यों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर कपड़े की थैली मेरी सहेली जो महावीर इंटरनेशनल का एक प्रोजेक्ट है के नाटक का मंचन किया। इससे पूर्व 5 जून को कश्मीर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया एवं सभी वीर साथियों ने निवेदन किया कि की संपूर्ण भारत में पर्यावरण शुद्ध रहे अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाए एवं कश्मीर जैसा पर्यावरण बनाने के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाए एवं सिंगल यूज प्लास्टिक उपयोग नहीं करें एवं अपने साथियों से भी निवेदन किया कि वह भी इसका उपयोग नहीं करें एवं किसी यात्रा में अमृतसर में जलियांवाला बाग में महावीर इंटरनेशनल के वीर सदस्य द्वारा श्रद्धांजलि सभा आयोजन किया था।वापसी यात्रा में हस्तिनापुर बड़ागांव तिजारा जहांपुर की यात्राएं करते हुए वापसी वाकड़ प्रांत की ओर होगा उक्त जानकारी महावीर इंटरनेशनल शाखा के अध्यक्ष सुरेश चंद्र गांधी द्वारा दी गई।