प्रवासी भारतीयों की ऑटो रिक्शा रन यात्रा पहुंची सवाई माधोपुर
शबरी ऑर्गैनिक फार्म पर किया गया स्वागत सम्मान
सवाई माधोपुर 17 दिसम्बर। धार्मिक नगरी चित्रकूट से धौलावीरा तक प्रारंभ हुई प्रवासी भारतीयों की एक अनोखी ऑटो रिक्शा यात्रा सवाई माधोपुर पहुंची। जहां मैनपुरा स्थित शबरी ऑर्गैनिक कृषि एवं डेयरी फार्म पर दौसा लोकसभा क्षेत्र से सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री जसकौर मीना, उनकी पुत्री शबरी ऑर्गैनिक फार्म की सीईओ एवं स्वावलंबी भारत अभियान की राष्ट्रीय सह-समन्वयक अर्चना मीना आदि ने इस दल के सदस्यों का स्वागत एवं सम्मान किया।
इस अवसर पर अर्चना मीना ने कहा कि परोपकार की भावना तभी सफल होती है जब उसका लक्ष्य रंग-जाति, देश-संप्रदाय और मेरे-तेरे की भावना से ऊपर उठ कर बहुजन सुखाय बहुजन हिताय से प्रेरित हो। इस रिक्शा रन में शामिल सभी भाई-बहन साधुवाद के पात्र हैं कि वे ऐसे ही लक्ष्य के प्रति समर्पित हैं। शबरी परिवार आपके साथ बिताए इन सुखद और प्रेरणादायी पलों को हमेशा याद रखेगा।
अर्चना ने जानकारी देते हुए बताया कि यह ऑटो रिक्शा रन चित्रकूट में सर्व सुलभ उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाओं की व्यापकता के लिए दीनदयाल शोध संस्थान एवं सेवा इंटरनेशनल यूके के तत्वावधान में किया गया है। एकीकृत, सर्व सुलभ उच्चस्तरीय चिकित्सा सेवाओं की दृष्टि से नवसंरचना के निर्माण एवं आउटरिच बढ़ाने के प्रयासों को सेवा संस्थान यूके यथेष्ट सहयोग प्रदान कर रहा है। इसके अन्तर्गत 125 प्रवासी भारतीय 12 दिसम्बर से 25 दिसम्बर तक चित्रकूट, बनारस से धौलावीरा, गुजरात तक विशेष ऑटो रिक्शा रन में सहभागिता कर रहे हैं।
समग्र ग्रामीण विकास के चिंतन पर आधारित दीनदयाल शोध संस्थान के तत्वाधान में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलम्बन, गरीबी उन्मूलन एवं स्वास्थ्य सेवाएं इस संस्था का प्रमुख उद्देश्य है। ऑटो रिक्शा रन में प्रवासी भारतीयों का उद्देश्य ऑटो रिक्शा चलाकर पूरे भारत की यात्रा करना है। प्रत्येक रिक्शा में 3 प्रतिभागी हैं जो बारी-बारी से रिक्शा चलाते हैं। उद्यमिता विद्यापीठ, दीनदयाल परिसर में ऑटो रिक्शा रन का उद्घाटन समारोह समापन हुआ। इस मुहिम में शामिल सभी प्रवासी भाई बहन यूके, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया और केन्या के विविध क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। प्रवासी भारतीयों की यह ऑटो रिक्शा रन मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान राज्य से गुजरते हुए 25 दिसम्बर को धौलावीरा (गुजरात) पहुंचेगी जहां 25 दिसम्बर को इसका समापन होगा।
यात्रा के दौरान प्रवासी भारतीय मुख्य रूप से भारतीय ग्रामीण जीवन शैली की झलक पा सकेंगे व सेवा के विभिन्न प्रकल्पों को देखते समझते हुए आगे बढ़ेंगे और 12 दिनों में 2000 किलो मीटर से अधिक की दूरी तय करते हुए, 36 ऑटो रिक्शा में चित्रकूट से कच्छ तक यात्रा करेंगे।
इस अवसर पर भरत भाई वडकुल, हरिश बुद्दिया, संजय केराई, किशन मेहता, शशिकांत पांडे, डॉ. अशोक तिवाड़ी, संतोष कुमार गुप्ता, निशि सींगला, हार्दिक सोमानी, मनीष टंडन, श्रीलाल मीना, रचना मीना सहित दीनदयाल शोध संस्थान, सेवा इंटरनेशनल एवं शबरी ऑर्गैनिक फार्म के सदस्य उपस्थित रहे।