विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत तीसरे दिन सवाई माधोपुर के विभिन्न गाँवों में जागरूकता शिविर आयोजित


किसानों को नई तकनीकों, योजनाओं और जैविक खेती के लाभों से कराया गया अवगत

सवाई माधोपुर, 31 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित विकसित भारत 2047′ के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु चलाए जा रहे ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025’ के अंतर्गत आज सवाई माधोपुर जिले के कई गाँवों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अभियान का उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, सरकारी योजनाओं, और प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूक करना है, जिससे कृषि को अधिक लाभकारी और पर्यावरण अनुकूल बनाया जा सके।
अभियान के तीसरे दिन, कृषि विज्ञान केंद्र, सवाई माधोपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. भँवर ढाका, डॉ. भरत लाल मीना, इमरान, किशन लाल गुर्जर (कृषि अनुसंधान अधिकारी) और नेतराम मीना के नेतृत्व में कृषि विशेषज्ञों की टीम ने लोरवाड़ा, बनोटा और निंदड़ड़ा गाँवों में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया।
गाँव लोरवाड़ा में आयोजित प्रमुख कार्यक्रम में उप जिला प्रमुख बाबू लाल मीना ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा: “आज के समय में किसान को पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ नवीन कृषि तकनीकों को भी अपनाना चाहिए। इससे उसकी उपज भी बढ़ेगी और आय में भी वृद्धि होगी।” उन्होंने किसानों से जैविक खेती, जल संरक्षण और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया।

यह भी पढ़ें :  परिवार नियोजन को सुदृढ बनाने के लिए कार्यशाला का आयोजन

बिणजारी, भेड़ोला और चौथ का बरवाड़ा में भी लगे शिविर दूसरी ओर, कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. सुरेश बैरवा, सम्पत सिंह, और कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों- अमर सिंह (परियोजना निदेशक, आत्मा), राकेश कुमार अटल (संयुक्त निदेशक, कृषि), बृजेश मीणा (सहायक निदेशक, उद्यान), विजय जैन (सहायक कृषि अधिकारी), मेघराज चौधरी, रामस्वरूप नगर, विनोद जैन, एवं गिरिराज कोठारी-ने गाँव बिणजारी, भेड़ोला और चौथ का बरवाड़ा में शिविर आयोजित कर किसानों को लाभान्वित किया।

गाँव चौथ का बरवाड़ा में आयोजित शिविर में सम्पत पहाड़ीय (प्रधान, चौथ का बरवाड़ा) ने मुख्य अतिथि तथा नीरज सिंह (तहसीलदार) ने आमंत्रित अतिथि के रूप में भागीदारी की। अधिकारियों ने किसानों को मृदा परीक्षण, सिंचाई के वैज्ञानिक तरीके, फसल बीमा, और डिजिटल खेती के साधनों के उपयोग के बारे में जानकारी दी।

मुख्य बातें:
जिले के छह गाँवों में एक साथ हुए जागरूकता शिविर
आधुनिक कृषि, जैविक खेती व सरकारी योजनाओं की जानकारी
उप जिला प्रमुख, प्रधान और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी

किसानों ने शिविरों को उपयोगी और ज्ञानवर्धक बताया कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि विभाग ने आश्वस्त किया है कि अभियान के अगले चरण में जिले के अन्य गाँवों में भी इसी तरह के शिविर लगाए जाएंगे, ताकि हर किसान तक तकनीकी और योजनागत जानकारी पहुँचाई जा सके।


WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now