बाबा बालकनाथ महाराज का शाहपुरा में भव्य स्वागत, पारंपरिक रूप से भरा मायरा


शाहपुरा, पेसवानी। परसरामपुरा आगूंचा आश्रम के महंत बाबा बालकनाथ महाराज सोमवार को अपने काफिले के साथ शाहपुरा पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। फुलियागेट पर मुस्लिम समुदाय द्वारा उन्हें पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। इस दौरान सिलावट समाज अध्यक्ष उस्मान गनी सिलावट, जीव दया सेवा समिति संयोजक अत्तू खां कायमखानी, पार्षद मोहम्मद इशाक, आशीफ खां कायमखानी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब
बाबा बालकनाथ महाराज की शोभायात्रा रामनिवास धाम मुख्य द्वार से शुरू होकर सदर बाजार होते हुए कलिंजरी गेट तक निकाली गई। इस दौरान हाथी, घुड़सवार, ऊंट, बैलगाड़ी सहित पारंपरिक झांकियों का भव्य प्रदर्शन किया गया। शोभायात्रा में महिला-पुरुष भजन-कीर्तन करते हुए नाचते-गाते चले। जगह-जगह फूल वर्षा कर संत का स्वागत किया गया।

इस शोभायात्रा में हिंदुस्तान पेट्रोलियम के डायरेक्टर बी. श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री कार्यालय से सुरेंद्र जी, सीआईडी अधिकारी बजरंग लाल, उद्योगपति महेंद्र जवर (दिल्ली), नगर परिषद एक्शन अखेरामजी बड़ोदिया, ब्रह्मदेव जी महाराज, रामस्वरूप जी, निजी सचिव मुकेश सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

शाहपुरा में बेटी के यहां भरा ऐतिहासिक मायरा
बाबा बालकनाथ महाराज अपनी बेटी सुगना और दामाद राजू बैरवा के यहां पारंपरिक रूप से मायरा भरने पहुंचे। मायरा भरने की रस्म शोभायात्रा के रूप में कलिंजरी गेट स्थित उनके निवास स्थान तक पूरी भव्यता के साथ संपन्न हुई। इस दौरान हाथी, घोड़े, बैलगाड़ी और सैकड़ों श्रद्धालुओं का काफिला साथ चल रहा था।

यह भी पढ़ें :  नवरात्रि गरबा पंडाल मे बिना आधार कार्ड नहीं होगा प्रवेश

संतों का आशीर्वाद और सामाजिक मिलन
इस अवसर पर संत नवनिधराम महाराज ने बाबा बालकनाथ को रामनिवास धाम का दर्शन कराया। बाबा बालकनाथ महाराज ने बारादरी को प्रणाम कर आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम में बीरम देव महाराज, मदन महाराज, अभिषेक त्रिपाठी, आशीष भारद्वाज, बिट्टू सोनी, बनवारीलाल पीटीआई, पंच-पटेल, समाज के प्रमुख लोग एवं शाहपुरा क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक उपस्थित रहे।

भविष्य में भी ऐसे आयोजन जारी रखने की अपील
जीव दया सेवा समिति संयोजक अत्तू खां कायमखानी ने बताया कि बाबा बालकनाथ महाराज सामाजिक समरसता और परंपरागत मूल्यों को सहेजने के उद्देश्य से ऐसे आयोजनों को बढ़ावा देते हैं। इस मायरा कार्यक्रम ने शाहपुरा के सामाजिक एवं धार्मिक जीवन में एक नई ऊर्जा का संचार किया।


WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now