भागवत जीवित व्यक्ति को जगाने और भटके हुए लोगों को सही राह दिखाने की कथा : नीरज नयन
गंगापुर सिटी 23 सितम्बर। नहर रोड स्थित शिवम मैरिज होम में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में व्यास पीठ से कथा वाचक नीरज नयन महाराज ने कहा कि कथा सौदा का नहीं श्रद्धा का विषय है। भागवत अपनी गरिमा और महिमा के कारण सभी पर भारी है। भागवत कथा श्रवण यज्ञ है जिसमें श्रवण मात्र से ही श्री कृष्ण का विग्रह हृदय में विराजित हो जाता है। नीरज नयन महाराज ने कहा कि भागवत जीवित व्यक्ति को जगाने और भटके हुए लोगों को सही राह दिखाने की कथा है। उन्होंने कहा कि रिक्तता के ताप को पकने दो, परिपक्व होने दो, उसे रिक्तता के कचरे से नहीं श्री कृष्ण के प्रेम से, भागवत भजन से, कृष्ण चिंतन से भरें। उन्होंने कुंती, उत्तरा और द्रौपदी के उदात्त चरित्र का बखान किया। साथ ही कहा कि जब तक त्याग में प्रसन्नता न हो, तब तक हर साधना अधूरी है। कथा का श्रवण करने के लिए शहर सहित विभिन्न जिलों व दूरदराज से धर्म प्रेमी कथा स्थल पहुंचे। कथा के दौरान नगर परिषद के पूर्व सभापति हरिप्रसाद बोहरा, वासुदेव बंसल, सौरभ शुक्ला, साहित्यकार गोपीनाथ उपेक्षित, समाजसेवी रामू उर्प सुरेश गुट्टा आदि ने महाराज जी के चरण छूकर उनका आशीर्वाद लिया वही नीरज नयन महाराज ने सभी का शॉल व दुपट्टा ओढाकर स्वागत किया। इस मौके पर कल्पना सुनील शुक्ला, भारती, रानू, शिखा, इंद्रा, निर्मला वाजपेई, महेंद्र अग्रवाल, नीरज, जयलक्ष्मी पारीक, तुषार, माधोबिहारी पारीक, लोकेश, अर्चना, विनोद, पुष्पा गौतम, रुक्मकेश सहित कई धर्मप्रेमी उपस्थित थे। कथा के बाद सभी को प्रसादी वितरित की गई।
फोटो-1-2-गंगापुर सिटी। कथा का रसपान कराते नीरज नयन एवं श्रवण करते महिला व पुरूष।
Gangapur City, Rajasthan