गंगापुर सिटी। पंकज शर्मा।31 जुलाई। यहां गणेश नगर में आयोजित भागवत कथा में बुधवार को कथावाचक भागवताचार्य पं पुरुषोत्तम शरण शर्मा ने बड़े ही रोचक व मनमोहक प्रसंग सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। इस दौरान कथावाचक शास्त्री ने भगवान के 16108 विवाहों के बारे में श्रोताओं को बताया कि यह 16108 कोई साधारण स्त्रियां नहीं थी। ये आठ प्रकार की प्रकृति, 100 उपनिषद एवं 16000 वेद उपासना कांड के मंत्र है। ये सब भगवान की प्राप्ति के लिए स्त्री रूप धारण करके आए थे। शास्त्री ने भगवान की संतानों का वर्णन एवं भगवान के द्वारा पापियों का विनाश करने के प्रसंगों के साथ साथ अंत में सुदामा चरित्र का वर्णन कर धर्मप्रेमी श्रोताओं को बताया कि भगवान अपने भक्त के लिए किस प्रकार से मिलने के लिए लालायित रहते हैं व भगवान अपने भक्तों के कष्टों को किस प्रकार से दूर करते हैं। भक्त के अंदर एक भावना और श्रद्धा जरूर होनी चाहिए। इसके अलावा आज के कलयुगी राजाओं का वर्णन, कलयुग की महिमा का वर्णन एवं 18 पुराणों की संख्या का वर्णन कथा में श्रोताओं को बताया गया। कथा प्रारम्भ से पहले श्रीमद् भागवत का पूजन यजमान वैद्य लड्डू लाल शर्मा, रमेश चन्द, सुरेश चन्द , विष्णु दत्त, गिरीश शर्मा,मनीष शर्मा , चेतन शर्मा,सहित श्रोताओं ने किया। इस दौरान जगदीश शर्मा ,शिवचरण (अन्ना ) शर्मा सहित पांडाल में काफी संख्या में धर्म प्रेमी श्रोतागण मौजूद रहे। इस बीच संगीत मय भजनों पर महिला पुरुष श्रोताओं ने खूब नृत्य कर कथा का आनंद लिया।
उत्कृष्ट सेवा के लिए किया सम्मान
पलासोद निवासी आयुर्वेद विभाग में सेवारत वरिष्ठ कंपाउंडर रमेश चंद्र शर्मा का उत्कृष्ट सेवा के लिए ग्रामवासियों एवं स्टाफ कर्मियों द्वारा बुधवार को जोरदार तरीके से सम्मान किया गया। इस दौरान शर्मा के परिजन भी उपस्थित रहे। शर्मा पिछले सात साल से राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय अमरगढ़ में वरिष्ठ कंपाउंडर के पद पर सेवारत हैं जिनकी बुधवार को सेवानिवृत्ति हुई। इस दौरान ग्रामवासियों ने उनके स्वागत में पलक पांवड़े बिछाए।