न्यायालयों में लंबित प्रकरणों एवं प्री-लीटिगेषन सहित लगभग 10,000 प्रकरणों को राजीनामा हेतु किया गया था चिन्हित किया
भरतपुर|में राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन भरतपुर न्याय क्षेत्र में किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत प्री-लिटिगेशन सहित न्यायालयों में लंबित प्रकरणों के निस्तारण का प्रयास किया। जिसमें कई लोगों का समझौते हुए। लोक अदालत को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखा गया। काफी संख्या में लोग अपने प्रकरणों का निस्तारण कराने के लिए पहुँचे। लोक अदालत में दोनों पक्षों की आपसी सहमति व राजीनामें से सौहार्दपूर्ण वातावरण में रजामंदी से काफी संख्या में प्रकरणों में विवाद निपटाए गए। लोक अदालत में शीघ्र व सुलभ न्याय, कोई अपील नहीं, सिविल कोर्ट के आदेश की तरह पालना, कोर्ट फीस की वापसी, अंतिम रूप से निपटारा तथा समय की बचत होती है। राष्ट्रीय लोक अदालत में भरतपुर न्याय क्षेत्र के समस्त न्यायालयों यथा मुख्यालय भरतपुर व उपमुख्यालय/तालुका विधिक सेवा समिति डीग, बयाना, वैर, रूपवास, कामां, नगर व नदबई तथा कुम्हेर, भुसावर व उच्चैन स्थित न्यायालयों में लंबित प्रकरणों एवं प्री-लीटिगेषन सहित लगभग 10,000 प्रकरणों को राजीनामा हेतु चिन्हित किया गया था।
P. D. Sharma