रामकथा में हनुमानगढ़ी अयोध्या के महंत राजू दास जी महाराज ने किया मंगल पदार्पण
कथा के छठवें दिन भक्तजनों की भारी भीड़ के बीच श्री रामभद्राचार्य जी के श्री मुख से सीता राम विवाह एवं अहिल्या चरित्र का मंगल वाचन हुआ निस्सारित
नदबई. कस्बा स्थित सुभद्रा सेवा कुंज के प्रांगण में क्षेत्र सहित समस्त भक्त जनों को भगवान श्री राम की कथा का अमृत पान कराने के लिए टैगोर शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित राम कथा के छठवें दिन मंगलवार को कथा प्रवचन जगतगुरु श्री रामभद्राचार्य जी द्वारा अपने श्री मुख से सीता राम विवाह एवं अहिल्या चरित्र का मंगल वाचन निस्सारित कर भक्तजनों को सनातन भक्तिरस में सरोवार कर दिया।
सीताराम विवाह प्रसंग के उपलक्ष्य में चरणवंदना हेतु प्रमुखता से हनुमान गढ़ी अयोध्या के महंत श्री राजू दास जी महाराज ने प्रभु चरणों में लगाई हाजिरी
मंगलवार को जगतगुरु से भगवान श्री राम के विवाह की कथा का रसपूर्ण करने के लिए दोपहर से ही सनातन धर्म रक्षक समस्त संतो का आगमन शुरू हो गया है। लगातार रूप से नदबई के धरा पर आ रहे अकल्पनीय संतों का आगमन भक्तजनों के लिए चिरस्थाई एवं उनके जीवन का अविस्मरणीय समय बन गया है । कार्यक्रम के आयोजक सतीश चंद शर्मा ने बताया की आज मंगलवार को रामकथा के 6वें दिन जगतगुरु भद्राचार्य जी के मुख से निस्सारित होने वाली प्रभु सीताराम विवाह सहित भक्तिमय रस की पराकाष्ठा को प्रभाहित करने वाली माता अहिल्या चरित्र का श्री गुरुमुख से रसपान करने हेतु हनुमानगढ़ी अयोध्या के महंत संत श्री राजू दास जी महाराज सहित प्रमुखता से पधारे हैं । साथ ही अब तक इस भक्ति रस की गंगा में श्री सुतीक्षण दास जी महाराज सुदामा कुटी वृंदावन श्री श्री 1008 श्री योगीराज रामकरण दास जी महाराज, यज्ञ सम्राट बालक योगेश्वर दास जी महाराज, बद्रीनाथ धाम परमहंस मदन मोहन जी महाराज, पर्णकुटी पदार्पण सहित गौरांग बाबा गोविंद कुंड वाले, चंदू मुखिया श्रीनाथजी मंदिर गिर्राज जी राम भैया महंत मुखारबिंद सहित सनातन धर्म की ध्वजा विस्तारित करने वाले अनेकों संतगण मौजूद रहे है ।
P. D. Sharma