विश्वामित्र आगमन व अहिल्या उद्धार की रसमय कथा से श्रोताओं को किया भाव विभोर
जगतगुरु के दर्शन पाने को क्षेत्र के हजारो लोगों सहित बाहर से आये हुए भक्तजन लगातार प्रयासरत
नदबई. कस्बा स्थित प्रेम सुभद्रा सेवा कुंज के प्रांगण में आदर्श टैगोर शिक्षा समिति के तत्वधान में संचालित नव दिवसीय राम कथा श्रवण के अवसर पर श्री तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु पदम विभूषित श्री रामभद्राचार्य द्वारा रविवार को विश्वामित्र आगमन सहित अहिल्या उद्धार की रसमय भक्ति कथा का रसपान कराते हुए मौजूद हजारों श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया गया।
रविवार को कथा का रसपान कराते हुए उन्होंने कहा कि जिनके कारण मनुष्य में स्वाभाविक भक्ति रस जग जाता है ऐसे प्रभु राघव को प्रणाम । कथा श्रवण के माध्यम से उन्होंने सुनाया कि भगवान श्रीकृष्ण द्वारा महाभारत के युद्ध में हथियार न उठाने की प्रतिज्ञा के साथ ही हथियार उठाने के लिए भगवान श्री कृष्ण को सहमत करने की भीष्म की प्रतिज्ञा के माध्यम से भक्त व प्रभु की प्रतिज्ञा का मनोहारी वर्णन करते हुए श्रोताओं को देर रात तक कथा सूत्र में बांधे रखा। कार्यक्रम स्थल का आलम यह है कि कथा श्रवण हेतु कई हजार भक्तजनों के लिए आयोजनकर्ता सतीश शर्मा द्वारा की गई माकूल व्यवस्था ,जगतगुरु की अमृतवाणी को सुनने के लिए क्षेत्र सहित प्रदेश व अन्य प्रदेशों से आने वाल श्रद्धालुओं की लगातार रूप से बढती जा रही संख्या के कारण दिनरोज कम ही दिखाई दे रही है। 9 जून तक संचालित इस रामकथा आयोजन में सनातन धर्म के बड़े-बड़े संतों का सानिध्य क्षेत्र के लोगों के लिए उत्साह व सौभाग्य का आश्रय बना हुआ है।।
P. D. Sharma