भरतपुर अभी-अभी” पर धर्मगुरु अमित शर्मा के खिलाफ पोस्ट, डालने पर चैनल संपादक पर FIR, गिरफ्तारी के लिए आंदोलन का ऐलान
भरतपुर- के बहुचर्चित पंपलेट प्रकरण मे 26 मई 2023 को चैनल “भरतपुर अभी-अभी” पर सनातन धर्मगुरु बगलामुखी साधक अमित शर्मा के बारे में पोस्ट किए गए पंपलेट प्रकरण में एक नया और अप्रत्याशित मोड़ आ गया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि धर्मांतरण या धर्म परिवर्तन में जुटी देश-विदेश की ताकतों द्वारा मां बगलामुखी गुप्त दरबार और सनातन धर्म गुरु अमित शर्मा को नीचा दिखाने और बदनाम करने के लिए फेसबुक चैनल “भरतपुर अभी-अभी” के संपादक मोहन गुप्ता को बड़ा प्रलोभन देकर धर्मगुरु अमित शर्मा के खिलाफ मोहरा बनाकर इस्तेमाल किया जा रहा है।
फेसबुक चैनल “भरतपुर अभी-अभी” पर आरोप है कि चैनल के संपादक मोहन गुप्ता ने एक पंपलेट के जरिये धर्मगुरु अमित शर्मा और बगलामुखी के खिलाफ मिथ्या और भ्रामक समाचार चलाकर उनकी छवि खराब करने का प्रयास किया।
इसे लेकर चैनल के संपादक मोहन गुप्ता के खिलाफ 28 मई 2023 को पूर्व पार्षद विशाल आनंद की ओर से मथुरा गेट थाना भरतपुर में एफआईआर दर्ज कराई गई थी, लेकिन एफआईआर के लगभग 4 हफ्ते बाद भी पुलिस और प्रशासन की संवेदनहीनता और लचर कार्यप्रणाली के चलते भरतपुर अभी-अभी चैनल के संपादक मोहन गुप्ता की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
जानें क्या है पूरा मामला…?
फेसबुक चैनल “भरतपुर अभी-अभी” के संपादक मोहन गुप्ता के अनुसार भरतपुर नगर निगम में मेयर के बंद चैंबर में एक बंद लिफाफे को कोई दरवाजे के नीचे से खिसका गया। लिफाफे में बंद पंपलेट से हड़कंप मच गया और नगर निगम के अधिकारी लिफाफे को चेंबर में डालने वाले की खोज में लग गए, जिसका अभी तक पता नहीं चल सका है।
इस पंपलेट में धर्मगुरु अमित शर्मा पर मदिरापान करने, मछली का सेवन करने, टोना-टोटका करने,भभूत में नशे की दवाइयां मिलाकर देने और देह शोषण करने जैसे अनेक संगीन आरोप लगाए गए हैं और धर्मगुरु अमित शर्मा को ढोंगी बाबा कहा गया है।
मोहन गुप्ता ने यह पंपलेट अपने चैनल “भरतपुर अभी-अभी” पर दिखाकर धर्मगुरु बगलामुखी साधक अमित शर्मा की छवि धूमिल करने का प्रयास किया। इस पंपलेट में सबसे नीचे इसे प्रसारित करने वाले का विवरण “सौजन्य से खाटू श्याम बाबा भक्त मंडली” के रूप में दिया गया है। इससे बगलामुखी साधक अमित शर्मा से जुड़े भक्तों में रोष व्याप्त हो गया।
निशुल्क उपचार, धर्मगुरु पर जनता में सम्मान भाव
स्थानीय जनता में धर्मगुरु अमित शर्मा के प्रति पूर्ण श्रद्धा, आदर और सम्मान का भाव देखने को मिला। जनता के अनुसार धर्मगुरु बगलामुखी साधक अमित शर्मा अधिकांश समय अपनी साधना और तपस्या में लीन रहते हैं और लोगों से बहुत कम मिलते हैं।
धर्मगुरु अमित शर्मा वर्ष में 4 से 6 बार मां बगलामुखी गुप्त दरबार शिविर लगाते हैं जिसमें वे चमत्कारिक रूप से अधिकांश लोगों के पुराने और गंभीर रोगों को भी उसी समय बगलामुखी देवी की शक्ति से समाप्त कर देते हैं और इस कार्य के लिए उपचार के पहले या बाद में किसी भी प्रकार का शुल्क या फीस नहीं लेते और ना ही किसी भी प्रकार का उपहार स्वीकार करते हैं।
बगलामुखी दरबार पर बढ़ी लोगों की आस्था
स्थानीय जनता में से कुछ लोगों ने नाम और पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बहुत ही चौंकाने वाली जानकारी दी, जिससे इस प्रकरण में अप्रत्याशित नया मोड़ आ गया है।
उनके अनुसार भरतपुर में पिछले कई वर्षों से गुपचुप धर्म परिवर्तन की गतिविधियां चल रही हैं। इसके लिए आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग जैसे वाल्मीकि समाज और जाटव समाज को विशेष रुप से टारगेट किया जाता रहा है।
सन 2016 से धर्मगुरु अमित शर्मा के द्वारा सभी प्रकार के रोगों का चमत्कारिक उपचार शुरू करने के बाद इस धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया बाधित हुई और निरंतर हर वर्ष लगने वाले मां बगलामुखी गुप्त दरबार शिविरों में माता की कृपा से चमत्कारिक रोग निवारण होने लगा।
इसी के चलते सनातन धर्म की शक्ति में वाल्मीकि समाज और जाटव समाज सहित सभी समाजों के लोगों की श्रद्धा, भक्ति, आस्था और विश्वास इतना अधिक बढ़ गया है कि अब धर्म परिवर्तन में जुटे लोगों को विशेष सफलता नहीं मिल पा रही है।
भरतपुर, जयपुर और डीडवाना में शिकायतें दर्ज
पंपलेट का स्थानीय लोगों और धर्मगुरु अमित शर्मा से जुड़े बगलामुखी देवी के भक्तों ने विरोध किया और 28 मई 2023 को पूर्व पार्षद विशाल आनंद द्वारा मथुरा गेट थाना भरतपुर में मोहन गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई।
इसी क्रम में धर्मगुरु अमित शर्मा से जुड़े श्रद्धालुओं और बगलामुखी देवी के भक्तों द्वारा इस पंपलेट द्वारा धार्मिक भावनाओं के आहत होने का हवाला देकर जयपुर और डीडवाना के थानों में शिकायत दर्ज कराई गई।
इसी क्रम में भरतपुर के विभिन्न थानों में अनेक ज्ञापन भी दिए गए। जयपुर में भी पुलिस मुख्यालय में डिप्टी एसपी क्राइम ब्रांच अशोक कुमार और पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा को ज्ञापन दिए गए।
भरतपुर में सनातन धर्म प्रेमी अनेक भक्तों द्वारा भरतपुर एस.पी. मृदुल कछावा और सर्किल ऑफिसर भरतपुर शहर नगेंद्र कुमार से मुलाकात की गई और मोहन गुप्ता की गिरफ्तारी की मांग की गई।
मोहन गुप्ता की गिरफ्तारी की मांग
तथाकथित पत्रकार मोहन गुप्ता द्वारा पोस्ट किए गए पंपलेट के लिए मोहन गुप्ता का विरोध अभी तक जारी है। धर्मगुरु अमित शर्मा के बगलामुखी गुप्त दरबार से जुड़े श्रद्धालु और भक्तगण पुलिस और प्रशासन के समक्ष मोहन गुप्ता की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
जब भरतपुर में स्थानीय जनता से बगलामुखी साधक अमित शर्मा के बारे में राय ली गई, तो 90% से भी अधिक लोगों ने धर्मगुरु अमित शर्मा के ऊपर पंपलेट द्वारा लगाए गए आरोपों को पूर्ण रूप से झूठा और बेबुनियाद बताया।
लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस और प्रशासन द्वारा मोहन गुप्ता को गिरफ्तार करके कड़ी सजा नहीं दी गई तो शीघ्र ही एक बड़ा और उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी तमाम जिम्मेदारी प्रशासनिक लापरवाही और संवेदनहीनता की होगी