आयुर्वेद चिकित्सकों की मांगों को शीघ्र पूरा किया जायेगा-डॉ. गर्ग
चिकित्सक पीडित मानव का सकारात्मक सोच के साथ करें उपचार
भरतपुर । राज्य के आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा रविवार को सिद्धेश रिसोर्ट में भव्य अभिनन्दन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सांसद पं रामकिशन ने की तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रधान प्रतिनिधि सतीश सोगरवाल, राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष संतोष फौजदार, कांग्रेस के शहर अध्यक्ष डॉ. दयाचन्द पचौरी, राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश उपाध्यक्ष हरवीर सामरा, पार्षद योगेन्द्र डागुर, टैक्नोलॉजी पार्क के निदेशक आलोक शर्मा उपस्थित थे।
समारोह में आयुर्वेद राज्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कर्मचारी हितों के लिए अनेक निर्णय लिये हैं। जिसमें प्रमुख रूप से पुरानी पेंशन को बहाल करना शामिल है। इसके अलावा विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की लम्बित मांगों को भी पूरा किया है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद चिकित्सकों की मांगों को भी सकारात्मक सोच के साथ पूरा कराया जायेगा। उन्होंने कोरोना काल में आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा किये गये उल्लेखनीय कार्यों की प्रंशसा करते हुये कहा कि ऐसा ही कार्य वर्तमान में करना चाहिए ताकि उनकी समाज में प्रतिष्ठा बढ सके और उन्हें आत्मसम्मान भी मिल सके।
डॉ. गर्ग ने आयुर्वेद चिकित्सकों की मांगों को जायज बताते हुये कहा कि इस सम्बन्ध में उन्होंने कई विभागीय आदेश भी जारी कराये हैं और अब उनका मामला राज्य सरकार के विचाराधीन है। जिसे भी प्रयास कर पूरा कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में आयुष को सर्वाधिक प्रोत्साहन दिया जा रहा है। जिसके तहत् आयुर्वेद के अलावा अन्य पद्धतियों को दूर दराज के गांवों तक पहुंचाने के लिए नये अस्पताल एवं अध्ययन के लिए महाविद्यालय खोले जा रहे हैं। भरतपुर में भी योग एवं प्राकृतिक तथा आयुर्वेद महाविद्यालय प्रारंभ हो चुका है और होम्योपैथी व पब्लिक हैल्थ कॉलेज भी शीघ्र शुरु होगा। इसके अलावा आयुष नर्सिंग कॉलेज के लिए भी भूमि आरक्षित कर दी गई है। इनके शुरु होने के बाद भरतपुर में आयुष पद्धतियों के आधार पर रोगियों का बेहतर उपचार किया जायेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये पूर्व सांसद पं रामकिशन ने आयुर्वेद चिकित्सकों की मांगों को शीघ्र पूरा करने पर जोर देते हुये कहा कि जन सेवा करने वाले चिकित्सकों को किसी प्रकार का कष्ट नहीं हो। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सकों की मांगों को पूरा करने में यदि नियमों में बदलाव की आवश्यकता हो तो इसे भी पूरा किया जाये। प्रारंभ में आयुर्वेद चिकित्सकों की ओर से अतिथियों का साफा व माला पहनाकर और प्रतीक चिन्ह् देकर भव्य अभिनन्दन किया। कार्यक्रम में आयुर्वेद महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रीना खण्डेलवाल, विभाग के अतिरिक्त निदेशक कृष्ण गोपाल शर्मा, उपनिदेशक महेन्द्र गुप्ता, डॉ. राजकुमार शर्मा, सीपी दीक्षित सहित राजस्थान के सभी जिलों से आये आयुर्वेद चिकित्सक उपस्थित थे।
P. D. Sharma