योग ऋषि स्वामी रामदेव के सानिध्य में महाराणा प्रताप सभागार में हुई भारतीय शिक्षा बोर्ड की बैठक
भीलवाड़ा|योग ऋषि स्वामी रामदेव ने कहा कि भारतीय शिक्षा बोर्ड से समाज को सही शिक्षा व दिशा मिलेगी। देशभर में भारतीय शिक्षा बोर्ड की ओर से श्रेष्ठ विद्यार्थी तैयार किए जाएंगे जो सनातन धर्म का गौरव बढ़ाएंगे। वह आतंकवादी तैयार कर रहे हैं हम राष्ट्रवादी तैयार करेंगे।
स्वामी रामदेव रविवार को भारत सरकार एवं पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के संयुक्त उपक्रम में गठित भारतीय शिक्षा बोर्ड की ओर से नगर परिषद स्थित महाराणा प्रताप सभागार में आयोजित भारतीय शिक्षा बोर्ड की विशिष्ठताओं के संबंध में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम में भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यवाहक अध्यक्ष एनपी (नागेंद्र प्रताप) सिंह ने कहा कि भारतीय शिक्षा बोर्ड द्वारा बच्चों को स्वावलंबी बनाकर अपने पैरों पर खड़ा किया जाएगा। भारत के बच्चों को राष्ट्रवादी व स्वावलंबी बनाकर हम देश को ऊंचाइयों की ओर ले जाएंगे। शिक्षा के बेहतर स्तर से ही हम देश में बहुत बड़ी क्रांति ला सकते हैं। हमारा ध्येय धन को सर्वोपरि मानना या प्राथमिकता देना ना हो, शिक्षा को सर्वोपरि मानना व प्राथमिकता देना हमारा ध्येय होना चाहिए। अब तक जो शिक्षा दीक्षा व्यवस्था है हमें उसमें बदलाव लाकर देश को शिक्षा के मामले में अग्रणी बनाना है। भारत को आत्मनिर्भर बनाना है जिसमें शिक्षकों की भूमिका काफी अहम होगी।
पतंजलि योग समिति भीलवाड़ा के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडानी ने बताया कि बैठक में योग ऋषि स्वामी रामदेव के साथ ही संत मायाराम, केसी सोडाणी, भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यवाहक अध्यक्ष एनपी सिंह मंचासीन रहे।
बैठक में भारतीय शिक्षा बोर्ड की विशिष्टताओ, वैधानिकताओ पर परिचर्चा हुई। बैठक में भारत शिक्षा बोर्ड हरिद्वार के राज्य प्रभारियों व सदस्यों सहित विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, शिक्षाविद, शिक्षक, शिक्षा में रुचि लेने वाले व मैनेजमेंट से जुड़े सैकड़ों सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन हरिद्वार से आए पतंजलि के केंद्रीय मुख्य योग प्रभारी स्वामी परमार्थदेव महाराज ने किया। बैठक के बाद दोपहर 2 बजे योग ऋषि स्वामी रामदेव एवं भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यवाहक अध्यक्ष एनपी सिंह सहित अन्य ने नौगांवा स्थित माधव गौशाला का अवलोकन किया। इस दौरान गो दर्शन के साथ ही उन्होंने सांवलिया सेठ मन्दिर के दर्शन भी किये।
मूलचन्द पेसवानी