मरहूमों के हक में हुआ महफिल -ए-मिलाद का प्रोग्राम
भीलवाड़ा 19 मई / गत गुरुवार रात्रि को मजहब ए इस्लाम के रीति रिवाजनुसार मरहूम माता पिता और भाई बंधुओ की मोक्ष प्राप्ति के लिए महफिले मिलाद का प्रोग्राम आयोजित किया गया जिसमें कई बड़े धर्मगुरुओं ने अपना कलाम पेश किया ।
सुभाष नगर निवासी पत्रकार शहजाद खान की माताश्री के निधन पर 40 दिवसीय आयोजित होने वाली फातिहा के बाद मनाए जाने वाले शोक दिवस को महफिले मिलाद के रूप में मनाया गया , इस अवसर पर मिलाद की रौनक बने मौलाना, कारी, बोतल गंज मंदसौर के पेश इमाम हजरत सैयद हामिद अली और शास्त्री नगर मस्जिद के पेश इमाम भीलवाड़ा शहर के मुफ्ती कारी हजरत अल्लामा मौलाना जनाब साकिब अजहरी साहब, चित्तौड़गढ़ के नामी मशहूर मौलाना हजरत अल्लामा जनाब मोहम्मद अरशदुल कादरी साहब, गुलशन नगर मस्जिद के पेश इमाम हजरत मौलाना जमीर रजा साहब, मारुति कॉलोनी के इमाम हजरत मौलाना जनाब मुख्तार आलम साहब और जावरा के नामी मशहूर सुरीली आवाज में नाते पाक पेश करने वाले नाते खां हस्सान हुसैन पठान ने अपना मजहबी कलाम पेश किया सभी वक्ताओं ने परिवार में माता-पिता की मौजूदगी और उनकी अहमियत पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान परिवार की ओर से सुभाष नगर उस्मानिया मस्जिद कमेटी के सदर इकबाल खां पठान , खजांची , सलामुद्दीन खां पठान, नायब सदर मोहम्मद खां पठान और कब्रस्तान कमेटी सुभाष नगर के सदर शकील अहमद अंसारी, सेक्रेटरी शरीफ खां पठान, खजांची नाहर खां कायमखानी के अतिरिक्त परिवार के सदस्यों में सैयद अब्दुल वहाब , हाजी मोहम्मद सलीम काजी , मुख्तियार मीर खान, मोहम्मद फैयाज खान, इम्तियाज मोहम्मद शेख, जावेद काजी और इंदौर से आए वाहिद खान ने सभी खुसुसी मेहमानों की स्टेज पर गुलपोशी की और साफा, शाल, मजहबी मोमेंटो व नजराने के साथ सभी अतिथियों का इस्तकबाल किया ।
प्रोग्राम में रिश्तेदार, पड़ोसी और कई मिलनसार व्यक्ति मौजूद रहे ।
मूलचन्द पेसवानी