कलयुग में कर्म की प्रधानता ही है-योग ऋषि स्वामी रामदेव
भीलवाड़ा|योग ऋषि स्वामी रामदेव ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति यह संकल्प ले कि सप्ताह में 1 दिन उपवास रखें क्योंकि इससे हाजमा बिल्कुल ठीक रहेगा। प्रत्येक व्यक्ति का सुबह का भोजन 9 बजे से पहले और शाम का भोजन 7 बजे से पहले हो जाना चाहिए। शाम का भोजन सूर्यास्त से पहले करना बेहतर है। दोनों समय के भोजन में 12 से 14 घंटे का अंतराल होना चाहिए। उन्होंने हजारों साधको को संकल्प दिलाया कि वह अच्छे स्वास्थ्य के लिए भोजन को समय पर करें और हो सके तो जूस का सेवन ज्यादा करें।
स्वामी रामदेव रविवार अलसुबह आदित्य विहार हनुमान टेकरी के पीछे तेरापंथ नगर में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, पतंजलि योग समिति, युवा भारत, महिला पतंजलि योग समिति, पतंजलि किसान सेवा समिति के संयोजन एवं भारत विकास परिषद, हार्टफुलनेस, जीतो, जनहित योग एवं स्वास्थ्य प्रचार समिति के आयोजन में त्रिदिवसीय योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर के दूसरे दिन रविवार को हजारों लोगों को योग का अभ्यास कराते हुए संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कलयुग में कर्म की प्रधानता है। हम कर्म को प्रधान मानकर ही कलयुग को सार्थक कर सकते हैं। धर्म का विग्रह जो दिख रहा है वह पूरा जीवन ज्ञानवान, बलवान योगीवान बनेंगे तो बदल जाएगा। स्वामी रामदेव ने आगे कहा कि मंदिर का गेट और बाबा का पेट दूर से ही दिखना चाहिए। किसी भी व्यक्ति को योग का अनुभव अभ्यास से ही होगा। जब तक योग नहीं करोगे तब तक इसका महत्व व फायदा मालूम नहीं पड़ेगा। योग में सबसे ज्यादा उन्होंने प्राणायाम का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि योगासन एवं प्राणायाम से हमें कई रोगों से मुक्ति मिलती है।
कार्यक्रम में जिले भर से दर्जनों बसों के माध्यम से भी सैकड़ो लोग पहुंचे। शिविर के मीडिया प्रभारी लोकेश सोनी ने बताया कि शिविर अंतिम दिन 29 मई को प्रातः 5 से 7.30 बजे तक हनुमान टेकरी के पीछे, आदित्य विहार तेरापंथ नगर में ही जारी रहेगा। भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी, शिविर सचिव भूपेंद्र मोगरा, शिविर संयोजक रजनीकांत आचार्य की देखरेख में सैकड़ों कार्यकर्ता व्यवस्थाएं संभाल रहे हैं।
महेश जयंती कार्यक्रम का करेंगे उद्घाटन-योग ऋषि स्वामी रामदेव 29 मई को आदित्य विहार तेरापंथ नगर में आयोजित योग शिविर में महेश जयंती कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। सुबह 6 बजे योग ऋषि स्वामी रामदेव द्वारा हजारों लोगों की मौजूदगी में भगवान महेश की तस्वीर पर माल्यार्पण किया जाएगा। इस दौरान वहां माहेश्वरी समाजजन भी मौजूद रहेंगे।
मूलचन्द पेसवानी