गाय के पंचगव्य के माध्यम से गोशाला को आत्मनिर्भर बना सकते है – स्वामी रामदेव
भीलवाड़ा -मूलचन्द पेसवानी परम पूज्य माधव गो विज्ञान अनुसंधान नौगावां भीलवाड़ा में योग गुरु स्वामी रामदेव जी का आगमन हुआ । इस अवसर पर मातृशक्ति ने सर्व प्रथम तिलक लगाकर एवं पुष्प वर्षा कि गई । संस्थान की ओर से संरक्षक डी.पी.अग्रवाल एवं अध्यक्ष राजकुमार बंब द्वारा शाल एवं दुपट्टा ओढ़ाकर स्वागत किया गया।
स्वागत के पश्चात स्वामी रामदेव जी ने गो पुजन किया तथा गायों को वापसी खिलाई। इस अवसर पर गायों के बाड़ों का अवलोकन किया। संस्थान के अध्यक्ष राजकुमार बंब के द्वारा गायों की नियमित कि जा रही व्यवस्था एवं कार्य कि विस्तृत जानकारी दी गई। गोबर गैस से चल रहे विविध कार्यों कि जानकारी सें अवगत करवाया।
संस्थान के द्वारा उत्पादित विविध प्रकार के पंचगव्य औषधि के बारे में भी स्वामी रामदेव जी को विस्तृत जानकारी दी गई। इसके अलावा संस्थान के द्वारा शुरू किए गए गो आधारित जेविक सब्जी प्रकल्प, नक्षत्र वाटिका एवं सघन वन नवाचार के बारे में जानकारी दी गई।
उपरांत स्वामी रामदेव जी ने संस्थान द्वारा चलाए जा रहे प्रकल्प एवं सेवा कार्यों कि सराहा तथा गाय के गोबर एवं गोमुत्र के द्वारा कैसे गोशाला को आत्मनिर्भर बना सकते है इस विषय पर मार्गदर्शन एवं आशीर्वचन दिया।
आखिर में संस्थान के प्रांगण स्थित श्री सांवरिया सेठ के मंदिर में दर्शन करवाए गए।
इस अवसर पर संरक्षक डी.पी.अग्रवाल, सचिव सत्यप्रकाश गग्गड़, सह सचिव मदन धाकड़, कोषाध्यक्ष हेमंत शर्मा, मंदिर प्रबंधन संयोजक गोविंद प्रसाद सोडाणी, भंवरलाल दरगड़, प्रचार प्रमुख दिलीप व्यास, कैलाश लढ्ढा, अशोक चौहान, सुनिल चौधरी,अशोक जी काबरा , व्यवस्थापक अजित सिंह, सुरज सिंह, बाबूलाल,नगर परिषद उपसभापति रामलाल योगी, गाडरमाला सरपंच बद्रीलाल जाट, राजेश सेन, घनश्याम सिंघीवाल आदि के अलावा बड़ी संख्या में मातृशक्ति ,कार्यकर्ता एवं जनमानस उपस्थित रहे।
मूलचन्द पेसवानी