दस करोड़ 50 लाख रूपये का लेन देन का मिला हिसाब
सवाई माधोपुर 5 अप्रैल। जिला मुख्यालय पर कोतवाली पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए आईपीएल क्रिकेट मैचों पर सट्टा लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाष करते हुऐ कोटा के चार सटोरियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। सटोरियों ने सवाई माधोपुर शहर में लग्जरी होटल में वीआईपी कमरे किराये से ले रखे थे। सटोरियों के पास से भारी मात्रा में सट्टा लगाने के उपकरण बरामद हुऐ हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक श्रीमती ममता गुप्ता ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह आरपीएस के सुपरविजन मे वृताधिकारी हेमेन्द्र शर्मा आरपीएस व थानाधिकारी कोतवाली राजवीर सिंह उ0नि0 के नेतृत्व में विषेष टीम का गठन कर अवैध धंधा जुआ सट्टा, मादक पदार्थो की तस्करी की रोकथाम एवं हथियार रखने वालो के विरूद्व लोकसभा चुनाव के मध्यनजर अधिकतम कार्यवाही करने के निर्देष दिये गये थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार कोतवाली पुलिस ने ग्रीन वैली होटल से चार सटोरियों को पंजाब किंग्स एवं गुजरात टाईटंस के मध्य मैच पर सट्टा लगाते हुए प्रकाष ठाकुर पुत्र स्व. प्रदीप ठाकुर सिंधी उम्र 42 साल निवासी मकान नंबर 12ए न्यु काॅलोनी, गुमानपुरा कोटा हाल मकान नंबर ए-33, त्रिवेणी आवास, बजरंग नगर, कोटा, हरीष त्रिकोटिया पुत्र इन्द्र कुमार त्रिकोटिया सिंधी उम्र 42 साल निवासी मकान नंबर बी-29, त्रिवेणी आवास, बजरंग नगर, कोटा तथा लोकेष कुमार वनवानी पुत्र जगतराय वनवानी सिंधी उम्र 36 साल निवासी मकान 316-ए बजरंग नगर, पुलिस लाईन के पास कोटा हाल किरायेदार त्रिवेणी आवास बोरखेडा कोटा, एवं नितीन व्यास पुत्र देवकीनंदन व्यास उम्र 36 साल निवासी लाडपुरा करबला पुलिस थाना रामपुरा कोतवाली कोटा को गिरफ्तार कर गिरोह का पर्दाफाश किया। इनके पास से 12 मोबाईल फोन, 2 लेपटाॅप, वाईस रिकोर्डर, मोबाईल कम्यूनिकेषन सिस्टम, 4 चार्जर, 2 रजिस्टर सहित अन्य उपकरण मिले। पुलिस की जांच से 23 मार्च 2024 से 4 अप्रैल 2024 तक सटोरियों से सट्टे का 10 करोड़ 50 लाख रूपये का लेपटाॅप मंे हिसाब मिला है। 4 अप्रैल के मैच का 70 लाख रूपये का हिसाब मिला। सटोरियों ने पूछताछ मे बताया कि विक्की निवासी ब्यावर, भरत निवासी भीलवाड़ा इस सट्टा गिरोह के सरगना हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्राइवेट सेक्टर कम्पनी की तरह गिरोह के प्रत्येक सदस्य का अपना-अपना कार्य विभाजन था, नितीन व्यास का कार्य रजिस्टर मे इन्द्राज करना, हरिष का कार्य लेपटाॅप चलाना, लोकेष का कार्य आउट गोईंग का कार्य व प्रकाष का कार्य भाव का बोलना, सटोरियों द्वारा फोन लाईन लेकर, इंटरनेट के जरीये संपर्क में रहकर विभिन्न मोबाईल फोनों व फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्राप्त की गई सिमों, लेपटाॅप, स्पीकर, रजिस्टर, पैन इत्यादि का उपयोग कर क्रिकेट मैच पर सट्टे की लगाईवाली व खाईवाली कर लोगो के साथ बदनियती पूर्वक, बेईमानीपूर्वक आषय से छल करते हुए धोखाधड़ी कर अनुचित लाभ प्राप्त करने का कार्य कर रहे थे।
प्रकरण का अनुसंधान थानाधिकारी मलारना डूंगर रामनाथ सिंह द्वारा किया जा रहा है। पुलिस की टीम में राजवीर सिंह थानाधिकारी कोतवाली, सियाराम, अबधेष, षिवपाल हेड कानि, रामभजन, हेमन्त, दयाराम बुद्विप्रकाष, विजय कानिस्टेबल, महेन्द्र हेड कानि, राजकुमार कानि सायबर सेल शामिल थे।