कल्याण सिंह की दूसरी पुण्यतिथि पर भाजपा ने मनाया हिंदू गौरव दिवस

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कल्याण सिंह की दूसरी पुण्यतिथि पर भाजपा ने मनाया हिंदू गौरव दिवस

2024 में सभी 80 सीटें जिताकर बाबूजी को श्रद्धांजलि दें-अमित शाह

अलीगढ़।उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय कल्याण सिंह की द्वितीय पुण्यतिथि पर भारतीय जनता पार्टी आज हिंदू गौरव दिवस के रूप में मना रही है।अलीगढ़ में हिंदू गौरव दिवस का आयोजन हुआ।आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक,पीयूष गोयल,राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत भाजपा के तमाम बड़े नेता शामिल हुए।केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की।जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2014 में जनता ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। 2024 में यूपी की सभी 80 की 80 सीटों पर कमल खिलाइए।यही बाबूजी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

शाह ने कहा कि आज मैं सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, राम भक्त, पिछड़ों का कल्याण करने वाले कल्याण सिंह बाबू जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने आया हूं। मैं देश के करोड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से बाबू जी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। बाबू जी कुशल शासक के साथ-साथ पिछड़ों का कल्याण करने वाले थे।
शाह ने कहा कि जिस दिन प्रधान मंत्री मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया था, तो मैंने कल्याण सिंह बाबू जी को फोन किया।बाबू जी ने कहा था कि आज मेरा जीवन धन्य हो गया।मेरा जीवन का लक्ष्य पूरा हो गया।शाह ने कहा कि बाबू जी गौपालक, श्री राम मंदिर आंदोलन को गति देने वाले, भारतीय जनता पार्टी के विचारों को जमीन पर उतारने वाले, समाज से जातिवाद खत्म कर पिछड़ों का कल्याण करने वाले थे। आज इन कार्यों को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। गरीबों के घर में बिजली, शौचालय, गैस सिलेंडर, पीने का पानी, मुफ्त खाद्यान्न आदि की सुविधा देकर करीब कल्याण के लक्ष्य को पूरा करने का कार्य मोदी जी कर रहे हैं।
शाह ने कहा कि बाबू जी ने कभी जातिवाद की बात नहीं की थी,पर पिछड़ी जाति को बढ़ावा देने का कार्य किया। आज इसी कार्य को प्रधानमंत्री मोदी कर रहे हैं। राष्ट्रीय पिछड़ी जाति आयोग, ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया। जो पिछड़ा वर्ग के लिए बाबू जी ने शुरुआत की थी, उसको आज नरेंद्र मोदी ने साकार किया है।
शाह ने कहा कि जब मैं 2014 चुनाव में प्रभारी बनकर यूपी आया था,तब मुझे यूपी की कोई जानकारी नहीं थी।बाबूजी ने मुझे लगातार 11 घंटे बैठाकर उत्तर प्रदेश के हर जनपद के बारे में जानकारी दी।हर रोज दो बार वे फोन पर मार्गदर्शन करते थे।इसके नतीजे ये आए थे कि उत्तर प्रदेश में हर रिकॉर्ड टूट गए थे।
शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आजादी के बाद से राम जन्म भूमि के मसले को अटका रखा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोर्ट का आदेश आते ही प्रभु राम के मंदिर का शिलान्यास करने का कार्य किया। उत्तर प्रदेश में राम मंदिर आंदोलन के दौरान कारसेवकों पर गोली चलाने की बात आई तो बाबू जी ने कारसेवकों पर गोली चलाने से इनकार कर दिया था और अपनी कुर्सी को त्याग दिया था।शाह ने कहा कि 2024 की शुरुआत में साढें 500 साल बाद रामलाल अपने घर में स्थापित हो जाएंगे।प्रधानमंत्री मोदी ने 9 साल के अंदर पिछड़ों का सम्मान, गरीब कल्याण, राम मंदिर निर्माण का कार्य कर दिखाया है।
पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह की दूसरी पुण्यतिथि पर हिंदू गौरव दिवस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सुरक्षा और शासन कैसे बनना चाहिए, यह 1991 में जब भारतीय जनता पार्टी की कल्याण सिंह के नेतृत्व में सरकार बनी, तब इस बात का एहसास हुआ। बाबूजी कल्याण सिंह ने 1991 में अलीगढ़ उधमियों को बढ़ावा देने के लिए ताला नगरी की स्थापना की थी। उन्होंने श्रीराम के चरणों में अपनी राजगद्दी त्याग दी थी।
सीएम योगी ने कहा कि आज कल्याण सिंह का सपना साकार हो रहा है।अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर तैयार हो रहा है। इससे स्वर्गीय मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की आत्मा को शांति मिल रही होगी। जहां अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है। वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर का भी विकास हो रहा है। बाबूजी की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर कैंसर हॉस्पिटल का नाम बाबू कल्याण सिंह के नाम पर रखा गया। बुलंदशहर में बनने वाले हॉस्पिटल का नाम भी बाबू कल्याण सिंह राजकीय मेडिकल कॉलेज रखने का काम उत्तर प्रदेश सरकार ने किया है।डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि 2014 में 73 लोकसभा सीटें जीते थे। मैं यूपी के 24 करोड़ लोगों और रामभक्तों से अपील करता हूं कि 2024 में सभी 80 लोकसभा सीटें जिताकर कल्याण सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि दीजिए।
कल्याण सिंह का राजनीतिक सफर, सिर्फ दो चुनाव हारे
अतरौली विधानसभा से राजनीतिक सफर शुरू करने वाले कल्याण सिंह पहली बार 1962 का चुनाव हारे। फिर 1967, 1969 और 1974 में लगातार अतरौली से विधायक चुने गए। इसके बाद कल्याण सिंह ने राजनीति में ऐसा मील का पत्थर रखा,जो हर किसी नेता के बूते से बाहर की बात है। इस बीच वे आपातकाल में 1975 और 1977 में जेल भी गए। 1977 में चौथी बार फिर जीते और स्वास्थ्य मंत्री बने। इसी बीच एक बार इंदिरा लहर में 1980 का चुनाव भी हारे। 1985 में फिर जीते और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बने। 1989 में जीतकर नेता विधायक दल चुने गए। 1991 में जीत कर मुख्यमंत्री बने। 1993 में नेता विधायक दल और 1996 में फिर जीतकर मुख्यमंत्री और भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने। 2000-2001 में राक्रांपा का गठन किया। 2004 में भाजपा से बुलंदशहर से सांसद बने। 2009 में एटा से निर्दल सांसद बने। 2014 में राजस्थान के राज्यपाल बने। दो बार मुख्यमंत्री बने और राजस्थान में पूरे पांच वर्ष और कुछ समय के लिए हिमाचल के राज्यपाल भी रहे। कल्याण सिंह कुल दस बार अतरौली से विधायक का चुनाव जीते। कल्याण सिंह पिछड़े वर्ग के बड़े नेता के तौर पर जाने जाते रहे। 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा टूटने के बाद कल्याण सिंह हिंदुत्व छवि वाले नेता के रूप में पहचाने गए।कल्याण सिंह की पुत्रवधू प्रेमलता वर्मा को 2004 और 2007 में विधायक बनाया। वर्तमान में कल्याण सिंह के नाती संदीप सिंह अतरौली से लगातार दूसरी बार विधायक हैं और प्रदेश सरकार में मंत्री हैं। कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह लगातार दो बार से उनकी परंपरागत सीट एटा से लोकसभा से सांसद हैं।


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