प्रयागराज।ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। भाजपा की ओर से बुधवार को लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा की गई है। इसमें प्रयागराज, फूलपुर और कौशांबी लोकसभा सीटों के प्रत्याशियाें के नामों की घोषणा कर दी गई। प्रयागराज लोकसभा सीट से नीरज त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया गया है जबकि फूलपुर लोकसभा सीट से दो बार निर्वाचित विधायक प्रवीण पटेल व कौशांबी से विनोद सोनकर पर भाजपा ने दांव खेला है।भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों की 10वीं लिस्ट जारी कर दी है।इसमें प्रयागराज व फूलपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी का ऐलान हो चुका है। भाजपा ने यहां से सिटिंग सांसद रीता बहुगुणा जोशी का टिकट काट दिया है।उनकी जगह नीरज त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया गया है।नीरज त्रिपाठी पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के बेटे हैं, वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में एडिशनल एडवोकेट जनरल हैं। बता दें कि केसरी नाथ त्रिपाठी भाजपा के बड़े नेता थे वह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष,मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और राज्यपाल के पद पर रह चुके हैं। 8 जनवरी 2023 को उनका निधन हो गया था जानकार बताते हैं कि प्रयागराज के यमुनानगर क्षेत्र के विकास के लिए केसरी नाथ त्रिपाठी ने अंतिम समय में भी सीएम योगी से कहा था। जिसका उदाहरण वर्तमान में नैनी के अरैल में बनने वाला त्रिवेणी पुष्प के लिए सीएम योगी ने पहल की है। बताते चलें कि प्रयागराज संसदीय सीट से भाजपा के प्रत्याशी बनाए गए नीरज त्रिपाठी की पत्नी कविता त्रिपाठी भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री हैं।वह 2022 के विधानसभा चुनाव में शहर उत्तरी से टिकट की दावेदार थीं लेकिन सफलता नहीं मिल पाई थी। भाजपा ने प्रयागराज और फूलपुर से वर्तमान दोनों सांसदों का भी टिकट काट दिया है।भाजपा की ओर से जारी नई लिस्ट में पार्टी ने फूलपुर लोकसभा क्षेत्र से प्रवीण सिंह पटेल को उम्मीदवार बनाया है। जानकारों का कहना है कि केसरी नाथ त्रिपाठी हमेशा कहते थे की राजनीति को व्यापार नहीं बनना चाहिए। वह परिवारवाद के खिलाफ थे अपने जीवित रहते कभी बेटे को राजनीति में नहीं भेजा। उन्होंने अंतिम समय में कार्यकर्ताओं से एक जुट होकर सही व्यक्ति का चुनाव करने का संकल्प दिलाया था। किसी भी कार्यक्रम में केसरी नाथ त्रिपाठी से जब कार्यकर्ता बेटे को राजनीति में लाने की बात करते थे तो वह कहते थे कि मेरे जाने के बाद बेटे को राजनीति में लाइएगा हाला कि केसरी नाथ त्रिपाठी भाजपा के बड़े नेता थे। उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही महीनों से चली आ रही कयासबाजी पर विराम लग गया।