भीलवाड़ा व डूंगरपुर दुष्कर्म व हत्या के विरोध में भाजपा ने ज्ञापन सौंपा
बौंली, बामनवास, श्रद्धा ओम त्रिवेदी। बौली- 3 अगस्त को भीलवाड़ा जिले की गढियां ग्राम पंचायत के गांव नरसिंहपुरा मे जंगल में बकरी चराने गई एक गरीब किसान की 14 वर्षीय नाबालिग बेटी तोला गुर्जर के साथ चार दरीन्दो ने सामुहिक गेगरेप कर जलते हुए कोयले की भट्टी में फेंकने की हृदय विदारक घटना के विरोध में आज उपखंड मुख्यालय बौली पर निवाई रोड खादी बाग के पास भाजपा किसान मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष पुष्पा राठौड़ प्रदेश मंत्री रामावतार मीना जिला अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण चौधरी के नैतृत्व में विशाल धरना देकर विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में पहुंच कर राज्यपाल के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
राजस्थान में बिगड़ चुकी कानून व्यवस्था के विरोध में सभी कार्यकर्ताओं ने अपने माथे पर काली पट्टी बांधकर घटना का विरोध किया वक्ताओं ने राजस्थान प्रदेश में कानून व्यवस्था संभालने में विफल राज्य सरकार को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की तथा तोला बहन को न्याय देते हुए उसके गुनहगारों को फांसी की सजा देने की मांग की।
धरने पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती पुष्पा राठौड़ ने कहा कि मातृशक्ति की सुरक्षा करने में राजस्थान की कांग्रेस सरकार पिछले 5 सालों में विफल रही है उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है गहलोत को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए नहीं तो यह जनता आगामी चुनाव में इसका परमानेंट इस्तीफा ले लेगी।
किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री किसान नेता राम अवतार मीणा ने घटना को हृदय विदारक बताते हुए कहा कि संपूर्ण प्रदेश घटना से शर्मसार हुआ है। मानवता शर्मसार होकर प्रदेश की मातृशक्ति सिहर उठी है। एक मासूम बच्ची को जलती हुई भट्टी में जला देने के बाद मुख्यमंत्री किसी मंत्री, विधायक का कोई वक्तव्य समाचार पत्र में नहीं आना अपराध की पराकाष्ठा है। उन्होंने घटना की घोर निंदा करते हुए कहा कि राजस्थान में पिछले 5 साल में 7000 से ज्यादा दुष्कर्म, गैंगरेप, बलात्कार, की घटनाएं हुई हर रोज 17 बलात्कार और पांच हत्याऐ राजस्थान में हो रही है। महिला अपराध के मामले में राजस्थान देश में एक नंबर पर आ चुका है। जो शांत प्रदेश था वह आज अपराधों का अड्डा बन चुका है। महिलाएं कहीं पर भी सुरक्षित नहीं है। थानों, अस्पतालों, स्कूल, कालेजों,खेत, खलिहान, राह में कहीं पर भी मासूम बच्चियां व महिलाएं सुरक्षित नहीं होना राजस्थान में जंगलराज को प्रदर्शित करता है। भीलवाड़ा की घटना ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर जनमानस को झकझोर के रख दिया। इसके खिलाफ पूरे राजस्थान में आक्रोश है उन्होंने कांग्रेस के राज को जड़ से उखाड़ने का आह्वान किया तभी हमारी मातृशक्ति सुरक्षित रह पाएगी।
मीणा ने बताया कि सवाई माधोपुर जिले में भी ऐसी कई घटनाएं हो चुकी है लेकिन शासन और प्रशासन मूकदर्शक बैठा हुआ है आज तक मातृशक्ति कई मामलों में न्याय नहीं मिला।
इसी प्रकार डूंगरपुर में तीन दरीन्दो द्वारा एक स्कूल छात्रा के साथ गेगरेप की घटना के बाद बच्ची द्वारा पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या करने के प्रयास ने हर बच्ची के दिल ओर दिमाग में भय और डर बैठा दिया है।
“बहन बेटियों पर यह अत्याचार -नहीं सहेगा राजस्थान” के तहत गुनहगारों को फांसी की सजा एवं बिगड़ती कानून व्यवस्था, मातृशक्ति की सुरक्षा में विफल राज्य सरकार को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की।
महिला मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शकुंतला सिंह, किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण चौधरी, लख्मी चंद मीणा कोडयाई, भाजपा नेता ओम प्रकाश डगोरिया, राजेश गोयल, केदार लाल मीणा, बामनवास के पूर्व मंडल अध्यक्ष राम चरण बौहरा, महामंत्री हरकेश जाहिरा, राम सहाय फागणा, लक्ष्मी नारायण गुर्जर, पूर्व सरपंच मुकेश गुर्जर, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष बरनाला महेंद्र गुर्जर, बोली मंडल अध्यक्ष सुंदर सिंह गुर्जर, सीमा वर्मा, वीरेंद्र सिंह राजावत,रामनिवास गुर्जर पूर्व सरपंच, देशराज गुर्जर, मुकेश मीणा, रामकेश खटाना, महेश शास्त्री, गोविंद नारायण भदौरिया,सुमित्रा गोयल, शोभा गर्ग, पुष्पेंद्र राठौड़,सहित कई भाजपा नेता संबोधित किया।