कौन होगा अगला विधायक- प्रमुख टक्कर भाजपा व कांग्रेस में ही होगी
बौंली। राजस्थान विधानसभा के चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे ही मतदाता, प्रत्याशी व पार्टी हाईकमान अपने-अपने आलकंन के अनुसार विचार विमर्श करने में जुटे हुए हैं। राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले की बौंली -बामनवास विधानसभा सीट एसटी जाति के लिए आरक्षित है यह सीट बौंली व बामनवास उपखंड को जोड़कर बनाई गई है इस सीट पर करीब 2लाख50हजार महिला, पुरुष मतदाता है जिसमें सर्वाधिक करीब 76 हजार मीणा एसटी समाज के हैं 45हजार गुर्जर, 42हजार अनुसूचित जनजाति एससी, एवं 19हजार सर्व ब्राह्मण, 15हजार महाजन, 11हजार मुस्लिम, 10हजार राजपूत, 18हजार माली, सैनी व 13हजार अन्य सेन, प्रजापत, धोबी, नाथ, यादव, केवट, व अन्य जातियां शामिल है। जिसमें 1लाख15हजार मतदाता बौंली एवं 1लाख35हजार मतदाता बामनवास उपखंड क्षेत्र से जुड़े हैं। विधानसभा सीट पर ज्यादातर कांग्रेस व भाजपा दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने बामनवास के लोगों को ही अपना उम्मीदवार बनाया है जिसमें जनता पार्टी व भाजपा से तीन बार कुंजी लाल मीणा कांग्रेस से भरत लाल, नवल किशोर व अन्य शामिल है इस सीट पर एक बार राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा विधायक रह चुके हैं। बौंली क्षेत्र से हीरालाल मीणा दो बार विधायक रहे जिनमें से उन्होंने एक बार कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की एक बार कांग्रेस टिकट से भी जीत दर्ज करा चुके हैं वर्तमान विधायक इंदिरा मीणा भी क्षेत्र सेहै। जब से ही बौंली क्षेत्र का वर्चस्व दोनों ही पार्टियों को समझ आने लगा है। वर्तमान में कांग्रेस पार्टी से टिकट दावेदारी में पूर्व विधायक नवल किशोर मीणा, संतोष मीणा, वर्तमान विधायक इंदिरा मीणा सहित अनेकों दावेदार हैं एवं भारतीय जनता पार्टी से 20 वर्षों से पार्टी की निस्वार्थ भाव से सेवा कर रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता रामअवतार मीणा, पूर्व मंत्री मेघराज मीणा, जनता पार्टी से सांसद रहे मीठा लाल मीणा के परिवार से जुड़े डॉ शिवराज मीणा, डॉक्टर ममता, मीणा दौसा सांसद जसकौर मीणा की पुत्री स्वदेशी जागरण मंच की अध्यक्ष अर्चना मीणा, राजेंद्र मीणा, रेखा मीणा,व केदार मीणा सहित अनेकों दावेदार शामिल है। इन सभी दावेदारों ने क्षेत्र के अंदर विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश,तिये की बैठक व अन्य कार्यों में लोगों के यहां आना जाना शुरू कर दिया है एवं अपना जनाधार बनाने में जुटे हुए हैं। इस विधानसभा सीट पर राज्यसभा सांसद डॉ किरोडी लाल मीणा भी विधायक रह चुके हैं। राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा की इस क्षेत्र में मीणा समाज के अलावा अन्य जातियों में भी अच्छी पकड़ है। इस समय पूर्व विधायक नवल किशोर मीणा को सचिन पायलट की सभाओं में अक्सर देखा जा रहा है एवं उन्होंने पूर्व में भी निर्दलीय चुनाव लड़ा व दूसरे नंबर पर रहे वर्तमान में भी वह कांग्रेस टिकट के प्रमुख दावेदार हैं अगर कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट नहीं दिया तो वह निश्चित रूप से चुनाव मैदान में होंगे स्वयं रहो या अन्य कोई उनका सदस्य हो। वर्तमान विधायक इंदिरा मीणा से अनेकों कारणों के कारण बुद्धिजीवी वर्ग एवं गुर्जर मतदाता बेहद नाराज हैं नाराजगी का कारण भी जगजाहिर है अभी तक के आलकंन के अनुसार यह सीट निश्चित रूप से भाजपा के पक्ष में जाती नजर आ रही है एक सर्वमान्य प्रत्याशी चुना गया तो। वैसे कांग्रेस एवं भाजपा दोनों को ही भीतर का सामना अवश्य करना पड़ेगा।
श्रद्धा ओम त्रिवेदी