बड़ोदिया|श्री त्रिवेदी मेवाड़ा ब्राह्मण समाज की गोष्ठी में वक्ताओं ने ब्रह्म कर्म की वर्तमान समय में उपादेयता एवं उपासना विधि पर पौराणिक आख्यानों के साथ विचार व्यक्त किये। त्रिमेस नोहरा में आयोजित कार्यक्रम में पं. विनोद पानेरी द्वारा संपादित साप्ताहिक पूजन विधानामृत पुस्तक का निःशुल्क वितरण किया गया। गोष्ठी में मुख्य वक्ता देवीलाल पानेरी ने यग्योपवित धारण की महत्ता एवं विधि पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। कार्यक्रम में रतनलाल जोशी ने बालकों में संस्कार डालने नियमित मन्दिर दर्शन का आह्वान किया। विनोद पानेरी ने दैनिक वार के अनुसार अधिपति देवताओं की आराधना कर संकट मुक्ति और मनोकामना पूर्ति की साधना के बारे में बताया। हरिशंकर ठाकुर ने ईश्वरीय आस्था के प्रति समर्पण भाव से नियमित उपासना पर बल दिया। इकाई अध्यक्ष विनोद शुक्ला, विप्र सेना के विधानसभा प्रभारी पवन जोशी, प्रधानाचार्य हरेन्द्र जोशी, पुरुषोत्तम शुक्ला, रामेश्वर ठाकोर, लक्ष्मीनारायण व्यास, कचरूलाल जोशी, राजेश ठाकुर, हेमन्त पानेरी, सुरेश शुक्ल ने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में पंडित किशोर शुक्ला ने वैदिक पाठशाला संचालन की जानकारी दी। गोष्ठी के आरम्भ में जगदीश ठाकुर, महेश पानेरी, दीपक ठाकुर, दिलीप ठाकुर, विवेक जोशी, सुभाष शुक्ला, पुष्पेन्द्र शुक्ला, विपुल ठाकुर ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर पुरुषसूक्त व शांतिपाठ का आयोजन पं. दीपक शुक्ला, जितेन्द्र शुक्ला, पुनित ठाकुर, कुलदीप जोशी, वैभव ठाकुर, कुन्दन जोशी व नवीन पानेरी ने किया। गोष्ठी का संचालन पं. किशोर शुक्ला ने किया।आभार नीलेश ठाकुर ने व्यक्त किया।