बृजयात्रियों ने तीर्थराज विमल कुण्ड में स्नान कर किए दर्शन
कामां 8 अक्टूबर। पुष्टिमार्गीय 15वें पीठाधीश्वर गोस्वामी वागेश कुमार गोस्वामी कांकरोली के बल्लभाचार्य संप्रदाय पीठाधीश्वर के सानिध्य में वैष्णवों की ब्रज चैरासी कोस परिक्रमा यात्रा ने दूसरे दिन रविवार को कस्बें के विभिन्न मन्दिर देवालयों के दर्शन किए। पदयात्रियों के ठहरने की व्यवस्था अक्खड़बाडी पर पालों (टेंटों) में है। जहां अलग से शहर बसाया गया है।
पंचम पीठाधीश्वर बल्लभाचार्य महाराज ने बताया कि हजारों वैष्णवों के साथ पारम्परिक तरीके अनुसार तीर्थराज विमलकुण्ड बृजयात्रियों ने स्नान कर दर्शन व पूजन कर दूध चढ़ाया। विमल बिहारी के सेवायत संजय लवानियां ने सभी बृजयात्रियों को कामवन की क्रीड़ास्थलियों व विमलकुण्ड का माहात्म्य सुनाया।
बृजयात्रियों ने दूसरे दिन तीर्थराज विमलकुण्ड में स्नान, आचमन, पूजन तथा परिक्रमा कर विराजित मंदिरों, पंचम पीठाधीश्वर गोकुल चन्द्रमा जी, सप्तम पीठ मदनमोहन के दर्शन किए। वहीं तीसरे दिन श्रीकृष्ण की क्रीड़ास्थलियों सेतुबंध रामेश्वर, लंका-यशोदा, लुकलुक कुण्ड, चरणपहाड़ी, मनसा देवी, गया कुण्ड, गोपीनाथ जी, चैरासी खंभा, कामेश्वर महादेव, धर्मराज व चित्रगुप्त के दर्शन करेगी। और चैथे दिन श्रीकुण्ड, शीतला कुण्ड, खिसलनी शिला, भामासुर की गुफा, कठला व मुकुट, दाऊजी के चरण व भोजन थाली, खिसलनी शिला, भामासुर की गुफा, कामेश्वर महादेव आदि के दर्शन करेगी।