बालकों के अधिकारों का संरक्षण कर उनको पूरा हक मिले- डॉ. दिव्या
भरतपुर, 04 जुलाई। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ दिव्या गुप्ता ने कहा कि आयोग की मंशा है कि बालकों के अधिकारों का संरक्षण कर उनको पूरा हक मिले।
आयोग की सदस्य डॉ गुप्ता मंगलवार को जिले की पंचायत समिति वैर के सभागार में आयोजित समस्या समाधान शिविर एवं जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान शिकायतों का निवारण करते हुए अधिकारियों को निर्देशित कर रही थी। उन्होंने कहा कि बाल अधिकार संरक्षण से जुड़े अधिकारी क्षेत्र में बाल अधिकार के उलंघन एवं हनन के प्रकरणों पर निगरानी रखें साथ ही बाल श्रम रोकने एवं नियंत्रण की प्रभावी कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि बालकों को शिक्षा से जोडकर अन्य बच्चों की तरह उनके जीवन को संवारने का भी कार्य करें। उन्होंने कहा कि गांवो में चिन्हित असुरक्षित परिवार और अति संवेदनशील बच्चों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिये।
शिविर में आरबीएसके दल द्वारा बालकों की स्वास्थ्य जाँच की गयी, दिव्यांगजन प्रमाण पत्र जारी किए गए, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा दिव्यांगजनों को 03 ट्राई साईकिल वितरित की गयी। आधार कार्ड बनवाये गये, बैंक खाते खुलवाए गए संबंधित विभागो के द्वारा अपने विभाग की विभागीय योजनाओं के प्रर्दशनी प्रदर्शित की गयी। गैर राजकीय संस्थाओं के द्वारा शिविर के दौरान परिवादी जनों को सहयोग प्रदान किया गया। शिविर में 160 प्रकारण प्राप्त हुये जिनका मौके पर ही निस्तारण किया गया।
शिविर के दौरान बीना महावार अति. जिला कलक्टर (शहर), श्री राजाराम अध्यक्ष बाल कल्याण समिति, श्री लक्ष्मण सिंह मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, श्री जगदीश चावंरिया उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, श्रीमती अर्चना पिप्ल उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग, अमित अवस्थी सहायक निदेशक बाल अधिकारिता, जिला शिक्षा अधिकारी, सुरेश बागोरिया विकास अधिकार वैर, सीबीईओ गोपाल प्रसाद मीना वैर, नागेश गुप्ता सीडीपीओ वैर, बी एल मीना बीसीएमएचओ, समस्त सरपंचगण, ग्राम विकास अधिकारी एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।