कुशलगढ़, बांसवाड़ा।अरुण जोशी। बडोदिया में जैन धर्म के छटवें तीर्थंकर पदमप्रभु भगवान का मोक्ष कल्याणक महापर्व मनाया । आचार्य गुरुदेव विशुद्धसागरजी महाराज के शिष्य मुनिश्री शुद्धसागरजी महाराज के सानिध्य में श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में रविवार प्रात: श्रीजी का जलाभिषेक व शांतिधारा करने का सौभाग्य मुकेश जैन पुत्र मगनलाल जैन परिवार को मिला । फाल्गुन कृष्णा,चतुर्थी के पावन अवसर पर तीर्थंकर पदमप्रभु भगवान के मोक्ष कल्याणक पर शारदा देवी धर्म पत्नी रमेश चंद्र चौखलिया परिवार द्वारा मेरू समान निर्मित निर्वाण लाडु की बोली लेने वाले सौभाग्य शाली परिवार के यश जैन पुत्र अनिल जैन परिवार ने सामुहिक रूप से निर्वाण पूजन कर निर्वाण लाडु चढाया । संचालन जयन्तिलाल खोडणिया व कांतिलाल खोडणिया ने सयुक्त रूप से किया । इस अवसर पर मुनिश्री शुद्धसागरजी महाराज ने कहा कि आज के समय में भोजन में शुद्धि ही नही है । बाजार में खाने पिने की हर वस्तु पेकिंग में मिलती है जो किसी भी प्रकार से शुद्ध नही है और बाजार के पदार्थो का स्वाद लेकर ये समझ रहे हो कि आप शुद्ध भोजन कर रहे हो तो यह आप की बहुत बडी गलतफहमी है । यह विचार मुनि श्री ने श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर बडोदिया में धर्म सभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि शुद्ध और मर्यादित भोजन तो घर का ही होता है जहां पर बारीकी से देख देख कर खाद्य पदार्थ का उपयोग किया जाता है । शुद्ध खाओंगें तो मोक्ष में जाआगें वरना नरको में ही पडा रहना पडेगा ।