कामां 31 मार्च। रामधन दास बाबा के सानिध्य में गुर्जर धर्मशाला तीर्थराज विमल कुंड कामवन जिला डीग में स्वर्गीय कर्नल बैसला की द्वितीय पुण्यतिथि मनाई गई।
गोविन्द गुर्जर कनवाडा पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ने बताया कि बैंसला जहाँ भी सभाओं में जाते थे तो अच्छा स्वास्थ्य, अच्छी शिक्षा, पढ़ी-लिखी मां और कर्ज मुक्त समाज का संदेश देते थे। बैंसला को सेना में सीनियर्स जिब्राल्टर की चट्टान कहते थे। गोविन्द गुर्जर कनवाडा ने बताया की गुर्जर आंदोलन के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला समाज को आरक्षण दिलाने के लिए आंदोलन करने के लिए बरसों तक संघर्ष करने वाले बैंसला सेना में जाने से पहले शिक्षक थे। बतौर शिक्षक वे समाज में शिक्षा, फिजूलखर्च रोकने, बेटा-बेटियों को अच्छी पढ़ाई करवाने और कुरीतियां छोड़ने की अलख भी जगा रहे थे। एमबीसी में आरक्षण की देन है कि कुछ साल में गुर्जर समाज के हजारों युवा आरएएस, डॉक्टर, शिक्षक, पुलिस सहित प्रदेश में सरकारी नौकरी लगे हैं। गुर्जर सहित 5 जातियों को अभी एमबीसी में वर्ग में आरक्षण मिल रहा है।
कार्यक्रम के दौरान अर्जुन विलोद पूर्व मंडल अध्यक्ष केथवाड़ा, शिवहरी कनवाडा रामचंद कनवाडा व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।